जयपुर। नगर निगम जयपुर ग्रेटर के पहले बोर्ड की आठवीं बैठक शुक्रवार को हंगामे के कारण स्थगित हो गई। मुख्य मुद्दे से भटककर विपक्ष के ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ के नारे लगाने के चलते महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर को बैठक को स्थगित करना पड़ा। स्वामी विवेकानंद सभासद भवन में नेक्स्ट-जेन जीएसटी रिफार्म और वन नेशन वन इलेक्टर एजेंडे पर विशेष बैठक बुलाई गई थी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए महापौर ने कहा कि केन्द्र सरकार ने आमजन को राहत देने के लिए जीएसटी में कटौती की है, जिससे महंगाई में कमी आएगी।
नेता प्रतिपक्ष राजीव चौधरी ने महापौर पर निशाना साधते हुए कहा कि बारिश के कारण शहर की स्थिति खराब है और महापौर आमजन को राहत देने के बजाय उनका ध्यान भटका रही हैं। उन्होंने कहा कि महापौर को अपने गुणगान करने के बजाय विकास कार्यों पर चर्चा करनी चाहिए। शहर में सड़कें क्षतिग्रस्त हैं, सीवर लाइनें जाम हैं और रोड लाइटें बंद हैं। भाजपा पार्षदों के विरोध के बाद हंगामा बढ़ गया। कांग्रेस पार्षदों ने भी ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे लगाए। भारी नारेबाजी के कारण महापौर को बैठक स्थगित करनी पड़ी।
जब बैठक फिर से शुरू हुई, तो भाजपा पार्षदों ने बोलना शुरू किया, लेकिन कांग्रेस पार्षदों का विरोध फिर से शुरू हो गया। पं. करण शर्मा ने एजेंडे की कॉपी फाड़ दी। बैठक में बगरू विधायक कैलाश वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को ध्यान में रखकर लोक कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। उप महापौर पुनीत कर्णावट ने कहा कि यह भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार है और जीएसटी रिफार्म से सभी को लाभ मिला है।