जयपुर। शहर में बुधवार सुबह से शुरू हुई बरसात में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर पानी भर गया। कलक्ट्रेट के आपदा कंट्रोल रूम में आई सूचनाओं के आधार पर नागरिक सुरक्षा उपनियंत्रक की तीन स्थानों पर टीमें भेजकर 29 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। आमेर स्थित सागर के खेड़ी गेट के पास एक 12 वर्षीय अनुज की डूबने से मौत भी हो गई। टीम ने तीन घंटे में शव को खोजकर बाहर निकाला। आमेर में सागर से लगातार पानी की निकासी से कस्बे में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया।
जामडोली थाना इलाके में गलता से जामडोली के बीच रास्ते के केशव विद्यापीठ के पास एक नाले को पार करते हुए 10 महिलाएं व 7 बच्चे फंस गए। रेस्क्यू टीम को बुलाकर महिला व बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। जयसिंहपुरा खोर के दीपक नगर में जल महल का भारी मात्रा में आ रहा पानी भर गया, जिससे तीन कच्चे मकानों में सात लोग फंस गए। रेस्क्यू टीम ने पहुंच कर सभी 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। कुण्डा आमेर के नाले को पार करते समय एक कार बह गई। कार में 5 लोग सवार थे।
टीम ने तुरंत ही रस्से डालकर कार सवार पांचों लोगों को बाहर निकाल लिया। एसएमएस अस्पताल में जलभराव, मरीज परेशान, प्रमुख शासन सचिव ने लिया जायजा। जयपुर में बुधवार को हुई तेज बारिश के कारण शहर में जगह-जगह पानी भर गया। इससे शहर का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल सवाईमानसिंह भी अछूता नहीं रहा। अस्पताल में कई जगहों पर बारिश का पानी भर गया। अस्पताल की धंवंतरी ओपीडी के पीछे स्थित डीडीसी काउंटर और बिलिंग काउंटर के सामने डेढ़ फीट तक पानी भर गया।
इससे यहां दवाइयां लेने और जांच के बिल बनवाने के लिए आए मरीजों को पानी में गुजरकर जाना पड़ा। अस्पताल में जलभराव की स्थिति की सूचना पर विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ भी पहुंची। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से जुड़े अधिकारियों के साथ अस्पताल में जलभराव का जायजा लिया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। बारिश के कारण कई इलाकों की बिजली गुल। बारिश के कारण शहर की बिजली व्यवस्था भी बेपटरी हो गई है। बुधवार को भी बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई।
शहर के राजापार्क, मालवीय नगर, चारदीवारी सहित कई बाहरी इलाकों में बिजली गुल होने की शिकायतें कॉल सेंटर पर दर्ज हुई। ऐसे में आमजन को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।