मंडी से जारी एक बयान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर पंचायत चुनाव को लेकर झूठ बोलने और विपक्ष पर गलत आरोप लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं झूठ बोल रहे हैं और अपने मंत्रियों व नेताओं से भी झूठ बुलवा रहे हैं। ठाकुर ने चुनौती दी कि यदि सरकार को विश्वास है कि पंचायत चुनाव समय पर होंगे, तो वह इस बात को लिखित में देने का साहस दिखाए, अन्यथा यह स्वीकार करे कि वह चुनाव से भागना चाहती है।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने से ही इस मुद्दे पर सच्चाई स्पष्ट हो जाएगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि हमेशा झूठ बोलने वाली सरकार अब विपक्ष के तर्कों को नकार नहीं सकती। उन्होंने बताया कि अभी तक आरक्षण रोस्टर तय नहीं हुआ है, जबकि यह न्यायालय के आदेशानुसार चुनावी प्रक्रिया शुरू होने से 90 दिन पहले तय होना अनिवार्य है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार चुनाव को लेकर तैयार नहीं है और जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने दक्षिणी एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में पदक जीतने वाले हिमाचल के खिलाड़ियों को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि मनीषा कुमारी और संदीप सिंह ने स्वर्ण पदक जीतकर न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। ठाकुर ने कहा कि ये जीत खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और गुरुजनों के मार्गदर्शन का परिणाम है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि ऐसे युवाओं से प्रदेश को प्रेरणा मिलती है। इसी दौरान जयराम ठाकुर ने निरमंड में जलशक्ति विभाग के भवन निर्माण को लेकर सरकार पर गंभीर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें जलशक्ति विभाग की पाइपों से भवन निर्माण होता दिख रहा है। ठाकुर ने कहा कि यह कृत्य गैरकानूनी है और सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि यह सत्ता संरक्षित भ्रष्टाचार है या व्यवस्था परिवर्तन का नया मॉडल। उन्होंने कहा कि “व्यवस्था परिवर्तन” के नाम पर सरकार ने प्रदेश को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि मौजूदा सरकार का “व्यवस्था परिवर्तन” अब अव्यवस्था परिवर्तन में बदल गया है।
उन्होंने मांग की कि भ्रष्टाचार के इस मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए और पंचायत चुनाव के मुद्दे पर सरकार जनता के सामने सच्चाई रखे। ठाकुर ने कहा कि भाजपा जनता के हितों और लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष जारी रखेगी।


