जोधपुर। जैसलमेर जिले के थइयात गांव के पास एक निजी बस में लगी भीषण आग में मरने वालों की संख्या 26 हो गई है। एमजीएच अस्पताल में अब दो लोग वेंटिलेटर पर हैं। अस्पताल में उपचाराधीन इमामत नाम की महिला की मौत हो गई। वहीं मंगलवार को एक युवक की भी मौत हो गई। पुलिस ने कार्रवाई कर शव परिजनों के सुपुर्द किया है। अहमदाबाद रैफर किए गए पीर मोहम्मद की इमामत है, जो 85 फीसदी तक झुलस गई थी। जबकि युवक लाठी जैसलमेर का ओमाराम भील है।
जैसलमेर जिले में थइयात गांव की सरहद में गत सप्ताह निजी बस में भीषण आग लगने से एक और मौत के बाद मृतकों की संख्या अब 26 हो गई है। इस हादसे की शिकार होने के बाद महात्मा गांधी अस्पताल में सबसे पहले इमामत को लाया गया था। 85 फीसदी जलने के कारण शुरू से ही उसकी जान को खतरा बना हुआ था। आखिरकार सोमवार की देर रात इमामत ने अंतिम सांस ली। वहीं उसके पति पीर मोहम्मद का उपचार जारी है, जिसे अहमदाबाद रैफर किया गया है। मंगलवार को लाठी जैसलमेर निवासी ओमाराम भील की भी मौत हो गई।
महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर फतेह सिंह ने बताया कि दो घायल वेंटिलेटर पर हैं। 6 घायलों का डॉक्टर और नर्सिंग की स्पेशल टीम के निगरानी में उपचार चल रहा है।