जैसलमेर बस हादसे में 20 लोगों की दर्दनाक मौत का सच

Tina Chouhan

राजस्थान में मंगलवार देर शाम जैसलमेर से जोधपुर जा रही 57 सवारियों से भरी निजी बस में 20 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। शार्ट सर्किट से शुरू हुई आग ने किसी को संभलने का मौका नहीं दिया। पीएमओ ने हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया। सूत्र बताते हैं कि बस के अंदर पटाखे होने के कारण आग और बढ़ गई, देखते ही देखते आग ने भयंकर रूप ले लिया और मरने वालों की संख्या बढ़ती चली गई। बस के अंदर ही 19 लोग जिंदा जल गए थे।

हादसे में 17 गंभीर रूप से झुलसे हुए यात्रियों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल रेफर किया गया। जोधपुर पहुंचने से पहले ही अस्पताल प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली थी। झुलसे मरीजों के इलाज के लिए विशेष वार्ड खाली कराए गए और डॉक्टर्स की टीम को तैनात किया गया। अस्पताल में भर्ती होते ही कई परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। एंबुलेंस के पहुंचते ही परिजन अपने अपनों को पहचानने की कोशिश में बेसुध हो गए। कुछ ने आरोप लगाया कि ट्रैवल्स कंपनी की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस के इंजन में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। जोधपुर ले जाते समय गंभीर रूप से झुलसे 16 लोगों में से एक ने दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना मिलते ही 3 एंबूलेंस तुरंत मौके पर पहुंच गई थीं। 15 घायलों को तुरंत जवाहर चिकित्सालय ले जाया गया था। घटना स्थल पर सेना ने मोर्चा संभाला और फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया। जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने तुरंत संबंधित अधिकारियों को राहत एवं चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

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