जोधपुर। जैसलमेर बस अग्निकांड में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रविवार देर रात एक अन्य महिला ने जिंदगी की जंग हार दी। अब तक इस दर्दनाक हादसे में 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो मरीजों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। पुलिस के अनुसार 14 अक्टूबर को हुए इस भीषण हादसे में इमामत (30) 85 प्रतिशत तक झुलस गई थीं। उन्हें जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां बीती रात दम तोड़ दिया।
इमामत के दो बेटों इरफान और यूनुस तथा बेटी हसीना की इस हादसे में पहले ही मौत हो चुकी है। उनके पति पीर मोहम्मद भी गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिनका इलाज फिलहाल अहमदाबाद में चल रहा है। बताया जा रहा है कि बस में आग लगने के बाद पीर मोहम्मद ने यात्रियों को बचाने के लिए कांच तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। महात्मा गांधी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ.
फतेह सिंह ने बताया कि इस समय दो मरीज वेंटिलेटर पर हैं, जबकि छह घायलों का इलाज स्पेशल टीम की निगरानी में किया जा रहा है।