कोटा। जन आधार पोर्टल 2.0 की प्रारंभिक तकनीकी खामियों को राज्य सरकार ने दुरुस्त कर दिया है। अब नागरिकों को अपने परिवार के सभी 18 वर्ष से अधिक आयु के सदस्यों का करेक्शन एक ही बार में करने की सुविधा मिल जाएगी। इसके साथ ही अलग-अलग टोकन कटवाने की झंझट खत्म हो गई है। इस बदलाव से न सिर्फ नागरिकों को राहत मिलेगी बल्कि ई-मित्र कियोस्क संचालकों का काम भी आसान हो जाएगा। पूर्व में पुराने जन आधार पोर्टल की जगह नया अपग्रेड वर्जन लांच करने के बाद जिले में जन आधार कार्ड से जुड़े काम प्रभावित हो रहे थे।
पोर्टल का नया अपग्रेड वर्जन लांच किए जाने के बाद जन आधार कार्ड से सम्बंधित कायों में परेशानी आ रही थी। अब तकनीकी टीम ने खराबी को दूर कर दिया है। जिससे जनाधार सम्बंधी कार्य फिर से शुरू होने लगे हैं। सरकारी योजनाओं का मिलने लगा लाभ। जानकारी के अनुसार नए पोर्टल में न तो नए जन आधार कार्ड बन पा रहे थे और न ही पुराने कार्डों में अपडेट हो पा रहे थे।
सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि करेक्शन के दौरान केवल चयनित सदस्य या 18 वर्ष से कम आयु के सदस्य ही अपडेट हो पाते थे, जबकि 18 वर्ष से अधिक उम्र के अन्य सदस्यों को बाहर कर दिया जाता था। जन आधार पोर्टल 2.0 के शुरू होते ही तकनीकी गड़बड़ियों के चलते सरकार को अस्थायी रूप से पुराना पोर्टल 1.0 चालू करना पड़ा था। अब तकनीकी समस्या का समाधान होने के बाद पोर्टल 2.0 में अब परिवार के सभी 18 वर्ष से ऊपर के सदस्य एक साथ अपडेट हो सकते हैं।
अब ई-मित्र कियोस्क संचालकों और नागरिकों दोनों के लिए प्रक्रिया सरल हो गई है। नवज्योति ने प्रमुखता से उठाया था मामला। सरकार ने पुराने जन आधार पोर्टल की जगह नया अपग्रेड वर्जन 2.0 लॉन्च किया था। इस सम्बंध में दैनिक नवज्योति में 8 सिंतबर को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर बताया था कि पोर्टल को जैसे ही इसे लागू किया गया, तकनीकी खामियां सामने आने लगीं। नतीजा यह हुआ कि न तो नए जन आधार कार्ड बन पा रहे हैं और न ही पुराने कार्ड अपग्रेड हो रहे हैं।
जन आधार कार्ड बनाने के लिए लोग रोजाना ई-मित्र और जन सेवा केन्द्रों पर चक्कर लगा रहे हैं। जन आधार कार्ड आमजन के लिए केवल पहचान पत्र ही नहीं, बल्कि सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का पासपोर्ट है। अनुदान, छात्रवृत्ति, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, पेंशन योजनाएं और नया राशन कार्ड बनाने जैसे तमाम काम जन आधार कार्ड पर आधारित हैं। ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अब खराबी दुरुस्त होने से आमजन को राहत मिली है। जनाधार पोर्टल के नए वर्जन की तकनीकी खामी को ठीक कर दिया गया है।
अब ई-मित्र केन्द्रों पर जाकर विभिन्न सरकारी योजनाओं से सम्बंधित कार्य करवाए जा सकते हैं।


