जेडीए की अनुमति से अब होगा भूमि उपयोग परिवर्तन

Tina Chouhan

जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) का दायरा अब और बढ़ा दिया गया है। नगरीय विकास विभाग की अधिसूचना के अनुसार जयपुर जिले के अलावा कोटपूतली-बहरोड़ जिले की विराटनगर तहसील के 9 गांवों सहित 17 तहसीलों के 632 गांवों को जेडीए रीजन में शामिल किया गया है। इसके अलावा, जोबनेर, शाहपुरा और चाकसू नगर पालिकाओं के मास्टर प्लान में आने वाले 47 गांव भी अब जेडीए क्षेत्र का हिस्सा बन गए हैं। जेडीए का यह विस्तार गांवों के भविष्य के विकास, सड़क कनेक्टिविटी और योजनाओं की मंजूरी की प्रक्रिया को और सरल बनाएगा।

भविष्य का मास्टर प्लान बनेगानए शामिल गांवों के लिए जेडीए भविष्य का मास्टर प्लान तैयार करेगा। इसमें गांवों की जरूरतों, रोड नेटवर्क और विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। खातेदारी और सरकारी (सिवायचक) भूमि का लैंड यूज निर्धारण भी जेडीए स्तर पर किया जाएगा। अब बसने वाली कॉलोनियों को मंजूरी और कृषि से अकृषि भूमि उपयोग परिवर्तन की स्वीकृति भी जेडीए ही दे सकेगा। क्या होगा फायदाजेडीए रीजन में आने से इन गांवों को सबसे बड़ा फायदा सड़क नेटवर्क के रूप में मिलेगा। अब 80 फीट या उससे अधिक चौड़ाई वाली सड़कों का निर्माण जेडीए की ओर से करवाया जाएगा।

इससे गांवों की कनेक्टिविटी दूसरे कस्बों और शहरों से आसान हो जाएगी।

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