झालावाड़ के अस्पताल में प्रसूता को गेट पर देना पड़ा बच्चे को जन्म

Tina Chouhan

झालावाड़ के हीरा कुंवर बा जनाना अस्पताल में एक गर्भवती महिला को अन्दर ले जाने के लिए ट्रॉली नहीं मिलने पर अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। झरनिया गांव की निवासी रामपति बाई अपनी रिश्तेदार के प्रसव के लिए जनाना अस्पताल आई थीं। काफी समय बीतने के बाद भी जब महिला को लेबर रूम में ले जाने के लिए कोई ट्रॉली नहीं मिली, तो उन्होंने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया।

प्रसूता के साथ आई उनकी परिजन ने बताया कि रिसेप्शन के पास वे लगभग 15 मिनट तक मदद का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। इस दौरान न तो कोई ट्रॉली वाला था और न ही कोई वार्ड बॉय, जो उन्हें लेबर रूम तक ले जा सके। तभी रामपति बाई को ब्लीडिंग शुरू हो गई और फर्श पर खून फैलने लगा। इसी बीच उन्होंने अस्पताल के गेट पर बच्चे को जन्म दिया। खून फैलने और बच्चे के जन्म के बाद अस्पताल का स्टाफ मौके पर पहुंचा। स्टाफ ने मां और बच्चे को लेबर रूम में शिफ्ट किया।

वर्तमान में दोनों की स्थिति स्थिर है और उनका इलाज जारी है। जब जनाना अस्पताल के अधीक्षक संजय जैन से बात करने के लिए फोन किया गया, तो उन्होंने अपना फोन रिसीव नहीं किया। इस मामले में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से प्रसूता और उसके बच्चे की जान भी जा सकती थी।

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