जोधपुर-जैसलमेर हाइवे पर हाल ही में हुए बस हादसे के बाद आरटीओ विभाग की कार्रवाई से नाराज ऑल इंडिया टूरिस्ट बस ऑनर्स एसोसिएशन ने शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। इसके चलते प्रदेशभर में निजी टूरिस्ट बसों का संचालन प्रभावित हो गया है और ऑनलाइन टिकट बुकिंग भी बंद कर दी गई है। एसोसिएशन के सचिव राजेंद्र परिहार ने बताया कि परिवहन विभाग की ओर से 29 अक्टूबर को जारी आदेश के विरोध में यह फैसला लिया गया है।
प्राइवेट बसों का आज से चक्का जाम एसोसिएशन का कहना है कि विभाग द्वारा जांच के नाम पर भारी जुर्माने लगाए जा रहे हैं, जिससे बस ऑपरेटर्स परेशान हैं। परिहार ने बताया कि पहले भी सरकार से मांग की गई थी कि बसों की तकनीकी खामियों को सुधारने के लिए ऑपरेटर्स को तीन माह की मोहलत दी जाए, लेकिन इसे अनसुना कर दिया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए खेद जताया और सरकार से संवाद स्थापित करने की अपील की। हालांकि, लोकल और ग्रामीण रूटों पर चलने वाली बसों का संचालन जारी रहेगा।
प्राइवेट बस एसोसिएशन ओवरब्रिज भदवासिया के पदाधिकारियों के अनुसार जोधपुर से ओसियां, लोहावट, फलोदी, रामदेवरा, खाजूवाला, देणोक, बावड़ी, नोखा, नागौर सहित अन्य रूटों की बसें पूर्व की तरह भदवासिया ओवरब्रिज से संचालित होंगी। वहीं, निजी बस मालिक सेवा समिति प्रताप नगर के अध्यक्ष शैतानसिंह भाटी टेकरा ने कहा कि जोधपुर से सभी लोकल रूट की बसें फिलहाल सामान्य रूप से चलती रहेंगी। क्या है पूरा मामला? दरअसल, जोधपुर-जैसलमेर मार्ग पर हुए दर्दनाक हादसे के बाद सरकार ने बस सुरक्षा मानकों को लेकर सख्त रुख अपनाया है।
आरटीओ विभाग की टीमें प्रदेशभर में बसों की जांच कर रही हैं और खामियां मिलने पर कई वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की जा रही है। इससे निजी बस ऑपरेटरों में नाराजगी बढ़ी है। उनका कहना है कि अचानक कार्रवाई से बस सेवाएं ठप पड़ गई हैं और इससे न सिर्फ यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि हजारों ड्राइवर, कंडक्टर और कर्मचारियों की आजीविका पर भी असर पड़ा है। बस ऑपरेटर्स ने चेतावनी दी है कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती और जुर्माने की कार्रवाई पर रोक नहीं लगाती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
उधर, यात्रियों को वैकल्पिक परिवहन साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है।


