हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी में अवैध निर्माण की रिपोर्टिंग करना एक पत्रकार के लिए जानलेवा साबित होते होते बचा। ऊंचापुल क्षेत्र में खबर कवर करने गए पत्रकार दीपक अधिकारी पर दबंगों ने हमला कर दिया और उन्हें जान से मारने की नीयत से 10 फीट गहरे नाले में फेंक दिया। हमले में गंभीर रूप से घायल पत्रकार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज लगातार जारी है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
साथ ही, प्रशासन ने उस अवैध निर्माण को भी ध्वस्त कर दिया है, जिसकी रिपोर्टिंग करने पत्रकार मौके पर पहुंचे थे। क्या है पूरा मामला? घटना हल्द्वानी के ऊंचापुल इलाके की है। पत्रकार दीपक अधिकारी यहां हो रहे एक अवैध निर्माण की कवरेज करने गए थे। इसी दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया, जिसका वीडियो भी सामने आया। दीपक ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपियों ने न केवल उनके साथ मारपीट की, बल्कि जान से मारने के इरादे से उन्हें पास के 10 फीट गहरे नाले में धकेल दिया।
हमले में उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई घटना के तुरंत बाद दीपक अधिकारी ने मुखानी थाने में शिकायत की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अजीत चौहान और अनिल चौहान नाम के दो आरोपियों के खिलाफ मारपीट और हत्या के प्रयास (जान से मारने की नीयत से हमला) जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। बताया जा रहा है कि यही आरोपी पहले भी एक अन्य पत्रकार के साथ मारपीट कर चुके हैं। “यह घटना बेहद निंदनीय है। आरोपियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।” — डॉ.
मंजुनाथ टी.सी, एसएसपी नैनीताल मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी नैनीताल डॉ. मंजुनाथ टी.सी. ने एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया। टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दोनों नामजद आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा, नगर निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया है।


