11 नवंबर से बृहस्पति की उल्टी चाल से इन राशियों को मिलेगा लाभ

vikram singh Bhati

ज्योतिष शास्त्र में देवताओं के गुरु बृहस्पति का खास महत्व होता है। इस ग्रह को धर्म, ज्ञान, संतान, विवाह इत्यादि का कारण माना जाता है। कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होने से व्यक्ति को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलती है। समाज में मान सम्मान करता है। ऐसे लोग बुद्धिमान और ज्ञानी होते हैं। धन और सुख की कमी नहीं सताती। संतान सुख और सुखमय वैवाहिक जीवन की प्राप्ति होती है। कानूनी मामलों और राजनीतिक क्षेत्र में लोग अच्छा करियर बनाने में सफल होते हैं।

11 नवंबर को बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने जा रहे हैं, इस अवस्था में 5 दिसंबर तक रहेंगे। ऐसा संयोग करीब 12 साल बाद बन रहा है। गुरु के इस चाल से कई लोगों को फायदा होगा सुख समृद्धि में वृद्धि के योग बनेंगे। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। आइए जानें ये भाग्यशाली लोग कौन हैं? कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु की वक्री चाल किस्मत के दरवाजे खोलने वाली है। सफलता के प्रबल योग बनेंगे। प्रमोशन और इंक्रीमेंट के योग बन रहे हैं। मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। अटके हुए काम संपन्न होंगे।

नया घर या वाहन खरीदारी हो सकती है। संतान की तरफ से कोई अच्छी खबर मिलेगी। आप अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में सफल होंगे। छात्रों के लिए भी यह समय सुबह रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा। पैसों से जुड़ी तंगी दूर होगी। मकर राशि के जातकों का भाग्योदय देव गुरु बृहस्पति करने वाले हैं। करियर और कारोबार में फायदा होगा। बिजनेस का विस्तार होगा। इनकम में भी वृद्धि होगी। जीवन में खुशहाली आने वाली है। विवाह के प्रबल योग बनेंगे। पति-पत्नी के बीच प्रेम और तालमेल भी बढ़ेगा।

जॉब करने वाले लोगों को पदोन्नति मिल सकती है। वेतन में भी वृद्धि होगी। कमाई के नए रास्ते खुलेंगे सेहत के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा। बीमारियों से राहत मिल सकती है। वृषभ राशि के जातकों पर भी बृहस्पति की खास कृपा बरसेगी। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। रुके हुए काम पूरे होंगे। करियर में आ रही बाधाओं से छुटकारा मिलेगा। सेहत भी इस दौरान दुरुस्त रहेगी। धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों की तरफ रूझान बढ़ेगा। तीर्थ यात्रा के योग बन रहे हैं। दांपत्य जीवन में भी खुशहाली आएगी। प्रेमियों के लिए भी यह समय शुभ रहेगा।

कारोबार में भी मुनाफा होगा।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal