(संवाददाता) बंडा/शाहजहांपुर। नगर में कान्हा की छठी का उत्सव बड़े उत्साह और धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया गया। सुबह से ही मंदिर परिसर और भक्तों के घरों में पूजन-अर्चन का सिलसिला प्रारंभ हो गया। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण का श्रृंगार कर छठी महोत्सव का आयोजन किया। दिनभर भजन-कीर्तन गूंजते रहे और भंडारे का आयोजन कर सैकड़ों भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के बाद कान्हा की छठी का विशेष महत्व है। परंपरा के अनुसार श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर कढ़ी-चावल का विशेष भोग बाल गोपाल को अर्पित किया। भोग के बाद दिनभर भंडारे का आयोजन चलता रहा, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर अपने को धन्य महसूस किया।
महिलाओं ने मंगल गीत गाकर माहौल को और भक्तिमय बना दिया। बिलसंडा रोड स्थित शिव मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया। आयोजकों ने बताया कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी कान्हा जी की छठी धूमधाम से मनाई गई। शाम को मंदिर और पंडालों में सुंदर झांकियां सजाई गईं। भक्तों ने बाल स्वरूप श्रीकृष्ण के दर्शन किए। देर रात तक भजनों का कार्यक्रम चलता रहा। भजन गायक मंडलियों ने “नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की” जैसे भजनों से वातावरण को कृष्णमय बना दिया। श्रद्धालु थिरकते रहे और पूरा माहौल भक्तिरस में डूब गया। छठी महोत्सव में नगर के सभी वर्गों के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आयोजन समिति ने व्यवस्था में विशेष ध्यान रखा।
जगह-जगह पंडालों में बैठने, पानी और प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई थी। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी कान्हा के भजनों पर झूमते रहे। अंत में आरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के जयकारे लगाते हुए अपने-अपने घरों को लौटे। इस अवसर पर आयोजनकर्ता के रूप में मनोज गुप्ता, विशाल कश्यप, आलोक दुबे, शरद शुक्ला, आदि उपस्थित रहे।