टीम इंडिया में लंबे समय बाद करुण नायर की वापसी हुई थी, लेकिन खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें फिर से टीम से बाहर कर दिया गया। करुण नायर की वापसी से पहले सोशल मीडिया पर उनके प्रति क्रेज था। दरअसल, रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के चलते उन्हें भारतीय टीम में एक बार फिर मौका दिया गया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान करुण नायर का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिसके चलते उन्हें वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका नहीं मिला। अब करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी में एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया है।
उन्होंने 267 गेंदों पर नाबाद 174 रनों की पारी खेली, जिसमें 14 चौके और तीन छक्के शामिल हैं। यह उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट का 25वां शतक है। अब सवाल यह है कि क्या उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय टीम में उनकी जगह बनेगी। करुण नायर ने 25 अक्टूबर को अपना शतक पूरा किया था, जबकि 26 अक्टूबर को दोहरे शतक की ओर बढ़ते हुए उन्हें किसी साथी का साथ नहीं मिला और कर्नाटक की पूरी टीम 371 पर सिमट गई। करुण नायर ने नाबाद 174 रनों की पारी खेली।
दरअसल, वे दोहरे शतक की ओर तेजी से बढ़ रहे थे लेकिन अंतिम विकेट गिरने के कारण उनकी पारी समाप्त हुई। करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में पहली बार ऐसा प्रदर्शन नहीं किया है। उन्होंने पहले सौराष्ट्र के खिलाफ भी 73 रनों की पारी खेली थी। करुण नायर को 8 साल के लंबे अंतराल के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी का मौका मिला था। उन्हें इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम में शामिल किया गया था, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। विराट कोहली के रिटायरमेंट के बाद उन्हें नंबर 3 के लिए मौका दिया गया था।
उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ चार मुकाबलों में 25.62 की औसत से केवल 205 रन बनाए। हालांकि कुछ पारियों में उनकी अच्छी शुरुआत देखने को मिली, लेकिन वे उसे बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए। गोवा के खिलाफ खेली गई पारी ने एक बार फिर भारतीय टीम में उनकी वापसी के दरवाजे खोल दिए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्या करुण नायर की जगह बनेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद सेलेक्टर अजीत आगरकर ने स्पष्ट किया था कि ‘हम हर खिलाड़ी को 15 से 20 मौके देना चाहते हैं, लेकिन आज के समय में ऐसा संभव नहीं है।’


