केरल वन विभाग ने बिगड़ैल हाथी को किया ट्रैंकुलाइज

Sabal Singh Bhati
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तिरुवनंतपुरम, 22 जनवरी ()। केरल के वन विभाग के विशेष दस्ते ने पशु चिकित्सा सर्जन डॉ. अरुण जकारिया के नेतृत्व में आखिरकार रविवार सुबह पीटी7 नाम के एक जंगली हाथी को बेहोश कर दिया। डॉ. जकारिया और उनकी टीम सहित 82 वन अधिकारियों की एक विशेष टीम केरल के पलक्कड़ जिले के धोनी में उस हाथी को बेहोश करने की कोशिश कर रही थी, जो मानव बस्तियों में तबाही मचा रहा था।

वन विभाग की टीम ने शनिवार तड़के अभियान शुरू किया, लेकिन हाथी अन्य हाथियों के साथ गहरे जंगल में चला गया और खड़ी ढलान पर खड़ा हो गया।

डॉ. अरुण जकरिया ने शनिवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने हाथी पर डार्ट नहीं चलाया, क्योंकि हाथी की तत्काल प्रतिक्रिया दौड़ने की होगी और अगर ऐसा हुआ तो हाथी के ढलान से नीचे गिरने की संभावना है। अभियान बंद होने के बाद से वन विभाग की विशेष ट्रैकिंग टीम हाथी को अपने रडार पर रख रही थी।

रविवार की सुबह हाथी पर नजर रखने वाली विशेष टीम ने डॉ. अरुण जकरियाह और उनकी टीम को सूचित किया कि हाथी एक मैदानी इलाके में है। टीम पलक्कड़ गेस्ट हाउस से सुबह 5 बजे रवाना हुई और फिर वे जंगल में चले गए।

वन विभाग के अधिकारियों ने को बताया कि सुबह 7.15 बजे हाथी को बेहोश किया गया। हाथी अभी भी ट्रैंकुलेर के प्रभाव में है और तीन कुमकी हाथी भरत, विक्रम और सुरेंद्रन हाथी को घेरे हुए हैं।

हाथी को विशेष रूप से बनाए गए नीलगिरी के बाड़े में ले जाने के लिए जेसीबी और लॉरी को जंगल में लाया गया है।

एक स्थानीय किसान पद्मनाभन नायर ने से बात करते हुए कहा, यह एक खतरनाक हाथी है, जिसने पिछली जनवरी में मॉनिर्ंग वॉक करने वाले शिवरमन समेत कई लोगों को मार डाला है और हम राहत की सांस ले रहे हैं।

गौरतलब है कि धोनी में रात में ऑटोरिक्शा भी नहीं चलते थे और कई लोग क्षेत्र से बाहर चले गए, क्योंकि इस हाथी द्वारा खेत और कृषि भूमि को नष्ट कर दिया गया था।

केरल के वन विभाग के अधिकारियों ने को बताया कि अगर हाथी ट्रैंकुलाइजर का असर खो देता है, तो पशु चिकित्सक सर्जन डॉ. अरुण जकरियाह और उनकी टीम हाथी पर बूस्टर डार्ट दागने के लिए तैयार है।

वन विभाग के सूत्रों ने को बताया कि दो कुमकी हाथी विक्रम और भरत दोनों तरफ रहेंगे और सुरेंद्रन हाथी को पीछे से धक्का देकर हाथी को तैयार लॉरी में ले जाएगा।

सीबीटी

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times