खाटूश्यामजी का जन्मोत्सव कब मनाया जाएगा? लाखों भक्त जुटेंगे

vikram singh Bhati

राजस्थान के सीकर जिले के रींगस स्थित प्रसिद्ध खाटूश्याम मंदिर में भक्ति और आस्था का माहौल एक बार फिर चरम पर है। हर साल की तरह इस बार भी यहां बाबा श्याम का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। कार्तिक महीने में लगने वाला लक्खी मेला हमेशा से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा है। यह मेला बाबा श्याम के जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित होता है, जिसका इंतजार लाखों भक्त पूरे वर्ष करते हैं।

इस बार यह भव्य आयोजन 1 नवंबर, यानी देवउठनी एकादशी के दिन होगा, जब बाबा श्याम का जन्मदिन पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। खाटू धाम पहुंचेंगे लाखों श्रद्धालु हर साल की तरह इस बार भी देशभर से लाखों श्रद्धालु खाटू धाम पहुंचेंगे। बाबा श्याम का जन्मदिन कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है, जो इस साल 1 नवंबर 2025 को पड़ रही है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेगी, जो लक्खी मेले में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से आएंगे।

यहां श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करेंगे। जन्मोत्सव के मौके पर मंदिर परिसर में विशेष पूजा-अर्चना, भजन संध्या और प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाएगा। हजारों श्रद्धालु बाबा श्याम को उनके प्रिय चूरमा और पेड़े का भोग लगाएंगे। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से बाबा को चूरमा या दूध के पेड़े का भोग लगाकर प्रार्थना करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। प्रसाद वितरण और सामूहिक भजनों से पूरा धाम भक्ति में डूबा रहेगा।

भव्य रूप से सजाया गया खाटूश्याम धाम खाटूश्याम धाम को भव्य रूप से सजाया गया है। मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों, झिलमिलाती लाइटों और गुब्बारों से ऐसे सजाया गया है कि पूरा क्षेत्र दुल्हन की तरह दमक रहा है। रात में जब लाइटें जलती हैं, तो पूरा श्याम दरबार जगमगा उठता है और भक्तों को मनमोहक दृश्य देखने को मिलता है। श्रद्धालु इस दृश्य को अपने कैमरों में कैद करने से खुद को रोक नहीं पाते।

पिछले साल 2024 में बाबा श्याम के जन्मोत्सव के दौरान निशान द्वार पर भव्य आतिशबाजी हुई थी, जिसने पूरे माहौल को दिवाली जैसा बना दिया था। इस साल भी वैसा ही नजारा देखने की संभावना है। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात की विशेष व्यवस्था की है। खाटूश्याम धाम में अगले कुछ दिन भक्ति, उल्लास और आस्था के रंगों से सराबोर रहेंगे।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal