बिहार विधानसभा चुनाव के बीच भोजपुरी सुपरस्टार और राजद उम्मीदवार खेसारी लाल यादव ने छपरा में एक प्रभावशाली जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी सांसद और अभिनेता रवि किशन पर तीखा हमला किया। खेसारी ने न केवल बिहार के विकास पर सवाल उठाए, बल्कि अपने ऊपर लगे ‘नचनिया’ के तंज का भी करारा जवाब दिया। उनका यह भाषण सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे जोश और व्यंग्य के साथ अपनी बात रखते नजर आए।
खेसारी लाल यादव ने चुनावी मंच से कहा कि बिहार के विकास की बात करने वाले यह बताएं कि केंद्र सरकार ने अब तक बिहार को क्या दिया है। उन्होंने सवाल उठाया, “एक बार मोदी जी से पूछिए कि गुजरात के विकास के लिए पैसा है, तो बिहार के लिए क्यों नहीं?” उन्होंने कहा कि क्या बिहार के लोग किसी फैक्ट्री के काबिल नहीं हैं? क्या हम सिर्फ मजदूरी के लिए ही पैदा हुए हैं? खेसारी के इन सवालों पर सभा में मौजूद भीड़ ने तालियां बजाकर उनका समर्थन किया।
‘नचनिया’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए खेसारी ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि राजद ने नचनिया को टिकट दे दिया। उन्होंने कहा, “मैं क्या करूं, वो मेरे बड़े भाई हैं, सम्राट भैया मेरे लिए पूजनीय हैं। लेकिन जिनके इशारे पर मुझे नचनिया कहा जा रहा है, उनके गिरोह में तीन-तीन नचनिया पहले से हैं और एक तो अभी हाल में ही गए हैं।
नचनिया को लेने की शुरुआत तो पहले उन्होंने ही की थी।” खेसारी ने आगे कहा कि लोग उनके गानों को लेकर सवाल उठाते हैं, लेकिन सच यह है कि मनोरंजन करना कोई अपराध नहीं है। उन्होंने कहा, “मेरे गानों की वजह से कौन सा अस्पताल, नाला या स्कूल खराब हो गया? अगर कोई कलाकार लोगों को हंसाता है या खुश रखता है, तो क्या वो गुनाह है?” उन्होंने स्पष्ट कहा कि कलाकार को ‘नचनिया’ कहकर अपमानित करना असल में बिहार की प्रतिभा का अपमान है।
सभा के अंत में खेसारी लाल यादव ने कहा कि उन्हें राजनीति से ज्यादा लोगों की सेवा करनी है। उन्होंने कहा, “मुझे नेता मत बनाइए, मैं कलाकार ही ठीक हूं। अगर मैं नेता बन गया, तो शायद मैं भी पापी बन जाऊंगा।” उनके इस बयान पर पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा। खेसारी ने कहा कि उनका मकसद राजनीति नहीं, बल्कि बिहार की आवाज उठाना है, ताकि आने वाली पीढ़ी अपने राज्य में ही रोजगार पा सके।

