कोलकाता एक बार फिर सिनेमा के रंगों में रंगने को तैयार है। कला, संस्कृति और भावनाओं की राजधानी कहलाने वाला यह शहर 6 नवंबर से 31वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (KIFF 2025) का गवाह बनेगा। आठ दिनों तक चलने वाले इस सिनेमाई उत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धनधान्य स्टेडियम में करेंगी। हर साल की तरह इस बार भी आयोजन भव्य होगा, जिसमें भारतीय सिनेमा के साथ दुनिया भर की उत्कृष्ट फिल्मों की झलक देखने को मिलेगी। महोत्सव की जानकारी राज्य के युवा कल्याण और खेल मंत्री अरूप विश्वास ने रवींद्र सदन में शेयर की।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष कुल 39 देशों की 215 फिल्मों का प्रदर्शन होगा, जिनमें 185 फीचर फिल्में और 30 लघु फिल्में शामिल हैं। इस फिल्म से होगी शुरूआत इसकी शुरूआत 1961 की क्लासिक ‘सप्तपदी’ से होगी, जिसका निर्देशन अजय कर ने किया था और जिसमें महान अभिनेता उत्तम कुमार व अभिनेत्री सुचित्रा सेन ने अभिनय किया था। इस साल फिल्म महोत्सव का माहौल और भी खास रहेगा क्योंकि इसमें बंगाल की सांस्कृतिक आत्मा भी झलकेगी। अभिनेता परमब्रत चटर्जी और अभिनेत्री व सांसद जून मालिया इस बार मेजबान की भूमिका में नजर आएंगे।
वहीं, क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक दिलचस्प पल होगा जब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की पत्नी और प्रसिद्ध नृत्यांगना डोना गंगोपाध्याय अपनी विशेष नृत्य प्रस्तुति देंगी। फिल्म महोत्सव में इस बार 18 भारतीय भाषाओं और 30 विदेशी भाषाओं की फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें कोंकणी, बोरो, तुलु और संथाली जैसी भाषाएं भी शामिल हैं, जिन्हें आमतौर पर बड़े प्लेटफॉर्म पर कम देखा जाता है।
प्रतियोगिताएं होंगी आयोजित मंत्री इंद्रनील सेन ने बताया कि इस बार महोत्सव में विभिन्न श्रेणियों की फिल्म प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी और सिने अड्डा का भी आयोजन होगा, जिसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल नया नाम दिया है “गाने गाने सिनेमा”। इसमें निर्देशक, अभिनेता और तकनीशियन एक मंच पर बैठकर सिनेमा के भविष्य, बदलाव और रचनात्मक दृष्टिकोण पर चर्चा करेंगे। इस वर्ष का फिल्म महोत्सव कई दिग्गज कलाकारों और फिल्मकारों को श्रद्धांजलि देने का माध्यम भी बनेगा।
‘शोले’ की 50वीं वर्षगांठ महान निर्देशक ऋत्विक घटक, अभिनेता गुरुदत्त, संतोष दत्त, फिल्मकार राज खोसला, संगीतकार सलिल चौधरी और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अभिनेता रिचर्ड बर्टन की शताब्दी मनाई जाएगी। वहीं, भारतीय सिनेमा के स्तंभ निर्माता-निर्देशक श्याम बेनेगल, अमेरिकी फिल्मकार डेविड लिंच, अरुण राय, राजा मित्रा और शशि आनंद को विशेष सम्मान से नवाजा जाएगा। वहीं, रमेश सिप्पी की कालजयी फिल्म ‘शोले’ की 50वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया जाएगा। इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें फिल्म से जुड़ी दुर्लभ झलकियां और किस्से पेश किए जाएंगे। विश्व प्रीमियर फिल्म महोत्सव में 15 समकालीन विदेशी फिल्मों का पहला प्रदर्शन होगा।
इसी के साथ निर्देशक ऋत्विक घटक की कृतियों को समर्पित एक विशेष श्रृंखला भी रखी गई है। इसमें ‘अयांत्रिक’, ‘मेघे ढाका तारा’, ‘बारी ते पालये’, ‘कोमल गांधार’ और ‘तितास एकटी नदीर नाम’ जैसी कालजयी फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। कोलकाता फिल्म महोत्सव के तहत शहर के 20 स्थलों पर फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी। नंदन वन-टू, स्टार थिएटर, अजंता और मेनका हॉल जैसे प्रतिष्ठित सिनेमाघरों में दर्शकों को अलग-अलग भाषाओं में देख सकेंगें।


