राजस्थान के कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा एक बार फिर एक्शन मोड में नजर आए। रविवार देर रात उन्होंने दौसा-भरतपुर जिले की सीमा पर स्थित महवा में दाऊजी मिल्क फूड प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री पर अचानक छापेमारी की। रात करीब सवा 11 बजे शुरू हुई यह कार्रवाई तड़के 2:30 बजे तक चली। छापे के दौरान फैक्ट्री में दूध और घी उत्पादों के निर्माण में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। यह कार्रवाई मंत्री की हालिया सख्त छवियों की एक और कड़ी मानी जा रही है।
किरोड़ी लाल मीणा की बड़ी कार्रवाई छापेमारी के दौरान फैक्ट्री परिसर से पाम ऑयल के कई ड्रम और संदिग्ध उत्पाद बरामद किए गए। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि फैक्ट्री में घी, मावा और दूध उत्पादों के निर्माण में खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया जा रहा था। मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी संदिग्ध उत्पादों के सैंपल लेकर उन्हें प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के दौरान डॉ.
किरोड़ी लाल मीणा के साथ स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें भी मौजूद थीं। मंत्री मीणा ने कहा, “यह सिर्फ खाद्य सुरक्षा अधिनियम का उल्लंघन नहीं है, बल्कि मानवीय संवेदना और नैतिक मर्यादाओं का भी अपमान है। आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने कहा कि सरकार जनता के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए हर स्तर पर सख्ती बरतेगी। फैक्ट्री को किया गया सील दौसा के सीएमएचओ डॉ. सीताराम मीणा ने बताया कि देर रात की गई कार्रवाई के बाद फैक्ट्री को सील कर दिया गया है।
सोमवार सुबह 10 बजे विस्तृत सैंपलिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने उत्पादन और भंडारण के सभी स्थानों की जांच की है ताकि किसी भी तरह की मिलावट या गड़बड़ी को प्रमाणित किया जा सके। भजनलाल सरकार के कार्यकाल में डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की यह लगातार एक और बड़ी छापेमारी है। इससे पहले भी वे राज्य के कई जिलों में खाद, बीज और मिल्क उत्पाद फैक्ट्रियों पर कार्रवाई कर चुके हैं।
मंत्री मीणा के लगातार निरीक्षणों से मिलावटखोरों में हड़कंप मचा हुआ है और आम जनता ने उनकी इस सख्ती का स्वागत किया है।


