कोटा। शहर के कोचिंग हब के रूप में पहचाने जाने वाले कोटा उत्तर नगर निगम के वार्ड 50 के निवासी बुनियादी सुविधाओं के अभाव से लगातार परेशान हैं। शिक्षा के क्षेत्र में यह इलाका देशभर में जाना जाता है, लेकिन यहां के निवासियों को मूलभूत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड की स्थिति यह है कि सफाई व्यवस्था से लेकर सुरक्षा और स्वास्थ्य तक हर जगह लापरवाही स्पष्ट है।
वार्ड का क्षेत्र एरियारिद्धि-सिद्धि नगर, चंचल बिहार, लक्ष्मण तिहार, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, पेट्रोल पम्प, राधा-कृष्णा मंदिर, लोरिएट पब्लिक स्कूल, मिटल मैरिज गार्डन, विकास नगर, रिद्धि-सिद्धि प्रथम, कमला उधाव, लेण्ड, भाई सिती, एसजीएन गार्डन का क्षेत्र शामिल है। कॉलोनियों में आवारा कुत्तों का आतंक है और वार्ड की सड़कों पर बने चैंबर अक्सर चोक रहते हैं। नालियों का पानी सड़कों पर बहता है, जिससे न केवल गंदगी फैलती है बल्कि लोगों को आवाजाही में भी कठिनाई होती है।
वहीं, आवारा कुत्तों के हमले की घटनाएं भी बढ़ रही हैं, लेकिन इन पर नियंत्रण के लिए कोई स्थायी व्यवस्था नहीं की जा रही। धर्मेंद्र सुवालका, एक वार्डवासी ने बताया कि कमला उद्यान वर्षों से उपेक्षा का शिकार है। साफ-सफाई न होने के कारण यह कचरे और गंदगी का अंबार बन गया है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए खेलने और टहलने की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। वार्ड के खाली प्लॉट कचरा फेंकने की जगह बन गए हैं।
बरसात में इन प्लॉटों में पानी भरने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय लोग कई बार नगर निगम अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। आकांशा पालीवाल, एक अन्य वार्डवासी ने बताया कि कॉलोनी में बिजली के खंभे लगाए गए हैं, लेकिन लापरवाही के कारण तार सड़क से टकरा रहे हैं। बारिश के दिनों में इन तारों से करंट फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
इस समस्या की जानकारी अधिकारियों तक पहुंचाई गई है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल आश्वासन ही मिला है। विनोद शर्मा, एक वार्डवासी ने कहा कि नगर निगम की लापरवाही के कारण यह क्षेत्र लगातार समस्याओं का सामना कर रहा है। कोचिंग हब होने के बावजूद यहां की स्थिति अन्य पिछड़े इलाकों जैसी है। अगर समय रहते जिम्मेदार विभाग ध्यान नहीं देंगे, तो आने वाले दिनों में बीमारियों और हादसों का खतरा और बढ़ सकता है। रजनी मित्तल, एक वार्डवासी ने कहा कि सफाई व्यवस्था में थोड़ी कमी है।
अन्य नालों की स्थिति को सही करवा दिया जाएगा, क्योंकि कई कामों के टेंडर हो चुके हैं। जल्द ही वार्ड में काम शुरू कर दिया जाएगा। राकेश पुटरा, पार्षद ने कहा।