कोटा। नगर निगम के दक्षिण वार्ड 12 में विकास कार्य तो हुए हैं, लेकिन अधिकांश स्थानों पर सड़कों में गड्ढों की भरमार है। झाडू बस्ती में जाने के रास्ते में भी गड्ढे हैं। इसके अलावा, झाड़ियां उग आई हैं और कचरा गाड़ी निकलने के बाद वहां कचरा डाल दिया जाता है, जिससे लोगों को परेशानी होती है। बस्ती के निवासियों की लंबे समय से मांग थी कि पानी कम प्रेशर से आता है। वर्तमान में वहां सड़क की खुदाई कर नई लाइन डाली जा रही है।
वार्डवासियों का कहना है कि शिव मंदिर के पास स्थित सामुदायिक भवन की चारदीवारी की ऊंचाई कम होने के कारण रात के समय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होता है, जो कॉलोनिवासियों के लिए परेशानी का कारण बनता है। शहर की मुख्य सड़क पर लगा वार्ड का संकेतक बोर्ड जंग से भरा हुआ है और अन्य बोर्ड पर पेम्पलेट्स की भरमार है, जिससे लोगों को शिकायत करने के लिए मोबाइल नंबर दिखाई नहीं देते। झाडू बस्ती के निवासियों ने सामुदायिक भवन की चारदीवारी की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की है, क्योंकि रात में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होता है।
हाल ही में सीवरेज लाइन डालने के बाद सड़क की मरम्मत नहीं की गई, जिससे बारिश में आवागमन में कठिनाई होती है। वार्ड में संपूर्ण सेक्टर 6, झाडू बस्ती, सेक्टर 5 – ए स्पेशल आंशिक, रेलवे लाइन के सहारे बस्ती, अभिज्ञान स्कूल की गली और गांधी नगर कच्ची बस्ती शामिल हैं। निवासियों ने सड़क की मरम्मत और सीवरेज की समस्या के समाधान के लिए अधिकारियों को लिखित में शिकायत दी है।
पार्षद दिलीप सिंह ने कहा कि खुली जगहों पर लोग कचरा डालते हैं, जिससे बारिश में बदबू आती है और जलीय जानवरों के निकलने से हादसे का खतरा बढ़ जाता है। महावीर ने बताया कि सीवरेज लाइन डालने के बाद सड़क की मरम्मत सही तरीके से नहीं हुई है, जिससे बारिश में हादसे का डर बना रहता है। बाबूलाल ने कहा कि सामुदायिक भवन की चारदीवारी की ऊंचाई कम होने से रात में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होता है।
प्रहलाद ने कहा कि वार्ड में कई दिनों से पानी कम प्रेशर से आ रहा है और नई लाइन डालने की मांग अब पूरी हो रही है। जानकी बाई ने भी इसी समस्या का जिक्र किया।