कोटा। नगर निगम दक्षिण के वार्ड 52 में विकास कार्य किए गए हैं और पार्षद द्वारा समय-समय पर विकास की आवाज उठाई गई है। वीरसावरकर नगर, नारकोटिक्स कॉलोनी सहित अन्य क्षेत्रों में सफाई नियमित रूप से होती है और कचरा गाड़ी भी आती है। हालांकि, कच्ची बस्ती के निवासियों ने बताया कि नालियों की सफाई प्रतिदिन नहीं होती। विद्युत लाइनों के तार मकानों के पास से गुजर रहे हैं, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। वीरसावरकर नगर के पार्कों की बदहाली के कारण वहां रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अमन कुमार और दिनेश ने कहा कि हमारे मकान के सामने पार्क होने के बावजूद हम वहां नहीं जा सकते क्योंकि सुविधाओं का अभाव है। बच्चों के लिए झूले और अन्य मनोरंजन के साधन नहीं होने के कारण उन्हें दूसरे पार्कों में जाना पड़ता है। वार्ड में खाली प्लॉट लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं। धनराज और मुकेश ने बताया कि हमारे घर के पास खाली प्लॉट में कचरा डाला जाता है, जिससे बारिश के समय जलीय जीव निकलते हैं और लोग डर के साये में जीने को मजबूर हैं।
वार्ड का क्षेत्र हरिराम नगर कच्ची बस्ती, वीरसावरकर नगर, नारकोटिक्स कॉलोनी, लोहार बस्ती, पावर हाउस, पीएचईडी ऑफिस, मदर टेरेसा स्कूल, गर्वमेंट वीरसावरकर नगर स्कूल आदि है। हरिराम नगर कच्ची बस्ती में खुले विद्युत ट्रांसफार्मर लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। यहां से बस्ती वाले प्रतिदिन गुजरते हैं, जिससे कभी भी हादसा हो सकता है। सुरक्षा दीवार और जाली न होने के कारण लोग डर में रहते हैं। वार्ड में प्रतिदिन कचरा गाड़ी आती है, लेकिन नालियों की सफाई नहीं होने से समस्या बनी रहती है। रामस्वरूप ने बताया कि बारिश के समय दुर्घटना का डर बना रहता है।
सांवरिया ने कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को खुले ट्रांसफार्मर की सुरक्षा के लिए सूचित किया है। वीरसावरकर नगर के पार्कों का जीर्णोद्धार वार्डवासी नहीं करने देते हैं। भगवती कुमारी महावर, पार्षद वार्ड 52।