कोटा। नगर निगम उत्तर कोटा के वार्ड 14 में कई समस्याएं विकराल रूप ले चुकी हैं। प्रेम नगर प्रथम और द्वितीय कॉलोनी समेत आस-पास के क्षेत्रों में नाले की गंदगी, सफाई की लापरवाही और अव्यवस्थित यातायात ने रहवासियों का जीवन कठिन बना दिया है। स्थानीय निवासियों ने निगम प्रशासन और पार्षद पर उदासीनता का आरोप लगाया है, यह कहते हुए कि कई बार शिकायत करने के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। पुलिस चौकी के सामने स्थित नाला स्थानीय लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बना हुआ है।
नाले की चौड़ाई असमान है और यह कचरे से भरा हुआ है। बारिश के दिनों में यह ओवरफ्लो होकर गलियों में तीन फीट तक पानी भर देता है, जिससे आसपास के घरों में बदबू फैलती है और मच्छरों के साथ कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। नाले के आस-पास के मकानों में सीलन भी बनी रहती है। निवासियों का कहना है कि कॉलोनियों में सफाई का काम अधूरा है और कचरा वाहन लंबे समय से नहीं आए हैं, जिससे लोग मजबूरी में नाले में कचरा डालने को विवश हो जाते हैं।
कुछ सफाईकर्मी भी कचरा सीधे नाले में डालकर चले जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जबकि अधिकारियों और पार्षद को बार-बार सूचित करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती। रहवासियों ने निगम प्रशासन से मांग की है कि नाले की नियमित सफाई की जाए, सड़क पर खड़े वाहनों पर कार्रवाई हो और बंद रोड लाइटों को तुरंत ठीक किया जाए। इसके अलावा, कॉलोनी में कचरा गाड़ी का नियमित संचालन सुनिश्चित किया जाए ताकि लोग नाले में कचरा डालने को मजबूर न हों।
क्षेत्र में सड़क चौड़ी होने के बावजूद दोनों ओर ट्रैक्टर और अन्य भारी वाहन खड़े रहते हैं, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। लोग बताते हैं कि कई बार एंबुलेंस या जरूरी वाहन भी फंस जाते हैं। स्थानीय प्रशासन से बार-बार निवेदन के बावजूद सड़क पर खड़े वाहनों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। गलियां इतनी संकरी हैं कि जब कोई बड़ा वाहन गुजरता है, तो दीवारें छिल जाती हैं या बिजली के खंभे से टकराव की स्थिति बन जाती है।
वार्ड का क्षेत्र पुलिस चौकी के सामने प्रेमनगर प्रथम, गोविन्द नगर आंशिक, प्रेमनगर द्वितीय आंशिक भाग सम्मिलित है। सफाई के अभाव में नाले और सड़कों के किनारे गंदगी का अंबार लगा है। आसपास के घरों में लगातार बदबू बनी रहती है और लोगों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। बरसात के दिनों में जब नाला भर जाता है, तो पानी घरों में घुस जाता है, जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक होता है। कई बार शिकायत करने के बावजूद न तो नाला साफ करवाया गया और न ही ड्रेनेज की कोई स्थायी व्यवस्था की गई।
रात के समय इस क्षेत्र में अंधेरा पसरा रहता है। कई स्थानों पर रोड लाइटें लंबे समय से बंद हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है। प्रेम नगर प्रथम में सड़क पर एक टूटा खंभा पड़ा है, जिसमें से मजबूत सरिए निकले हुए हैं, जिससे रात में राहगीरों के चोटिल होने का खतरा बना हुआ है। कई बार पार्षद को अवगत करवाया गया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। पिछले तीन वर्षों में हमारी सरकार नहीं होने के बावजूद क्षेत्र के विकास कार्य रुके नहीं हैं।
अब प्रेम नगर स्थित नाले का टेंडर स्वीकृत हो गया है और 2 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत से जल्द ही नाले का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इससे पहले भी वार्ड में कई महत्वपूर्ण विकास कार्य सफलतापूर्वक पूरे किए जा चुके हैं।


