कोटा उत्तर वार्ड 20 में जनता की समस्याएं और अधिकारियों की अनदेखी

Tina Chouhan

कोटा। कोटा उत्तर नगर निगम के वार्ड नंबर 20 में टूटी सड़कें, कॉलोनियों में लगे कचरे के ढेर तथा सुलभ कॉम्प्लेक्स के अभाव के चलते रहवासी परेशान हैं। स्थानीय लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। सोगरिया क्षेत्र में सुलभ कॉम्प्लेक्स न होने से लोगों, खासकर महिलाओं और बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। खुले में शौच की मजबूरी के कारण कई बार लोगों को शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है, वहीं स्वच्छ भारत अभियान के दावे इस वार्ड में धराशायी दिखाई देते हैं। वार्ड की मानसिंह बस्ती में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप पड़ी है।

जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हैं, जिनसे बदबू फैल रही है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि सफाईकर्मी कई-कई दिनों तक नहीं आते, जिससे गलियों में गंदगी फैली रहती है। नालियां जाम हैं, और बरसात के दिनों में गंदा पानी गलियों में भर जाता है, जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है। वार्ड की सबसे बड़ी समस्या सोगरिया से चंदे्रसल मार्ग की जर्जर सड़क है। सड़क पर बने गहरे गड्ढों के कारण वाहन चालकों को रोजाना जोखिम उठाना पड़ता है। बारिश के बाद सड़क की हालत और भी खराब हो गई है।

राहगीरों का कहना है कि कई बार दोपहिया वाहन चालक इन गड्ढों में गिर चुके हैं, लेकिन फिर भी सड़क की मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। वार्ड का एरियाबड़ा सोगरिया, मधुबन कॉलोनी, मानसिंह बस्ती, रोटेदा, चन्दÑेसल आदि क्षेत्र शामिल है। सड़क इतनी टूटी हुई है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। पिछले दो साल से हम पार्षद और नगर निगम अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन हर बार यही जवाब मिलता है, बनवा देंगे।

अब तो लोग इस वादे पर भरोसा ही नहीं करते।- जसवंत सिंह, वार्डवासी सुलभ शौचालय नहीं होने से बहुत दिक्कत होती है। बच्चों और बुजुर्गों को खुले में जाना पड़ता है, जो न केवल असुविधाजनक बल्कि असुरक्षित भी है। कई बार पार्षद कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। सफाई और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं मिलना हमारा अधिकार है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि केवल कागजों में विकास दिखा रहे हैं।

– जितेन्द्र दूबे, वार्डवासी इनका कहना है वार्ड के विकास कार्यों को लेकर मैंने कई बार निगम अधिकारियों को लिखित एवं मौखिक रूप से अवगत कराया है, लेकिन सरकार बदलने के बाद से अधिकारियों द्वारा किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं की जा रही है। इसका खामियाजा अब आम वार्डवासी समस्याओं के रूप में भुगत रहे हैं।- मनोज सैनी, पार्षद

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