आंध्र प्रदेश के कुरनूल में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर शुक्रवार तड़के एक बस में भीषण आग लगने से 19 लोगों की जलकर मौत हो गई। यह बस तेलंगाना के हैदराबाद से कर्नाटक के बेंगलुरु जा रही थी। हादसा कुरनूल के पास चिन्ना टेकुर गांव के निकट हुआ। शुरुआती खबरों में कहा गया था कि बस ने एक बाइक को टक्कर मारी, लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि बस एक दुर्घटनाग्रस्त बाइक के ऊपर से गुजरी, जिसके बाद आग भड़क उठी। अधिकांश यात्री सो रहे थे, जिससे उनके पास भागने का समय नहीं मिला।
बस के सामान डिब्बे में 234 नए स्मार्टफोन थे, जिनकी कीमत 46 लाख रुपये थी। ये फोन हैदराबाद से बेंगलुरु ले जाए जा रहे थे। फोरेंसिक विशेषज्ञों का मानना है कि आग की तीव्रता बढ़ने में इन स्मार्टफोनों का विस्फोट एक प्रमुख कारण हो सकता है। आंध्र प्रदेश अग्निशमन सेवा के महानिदेशक पी. वेंकटरमना ने बताया कि स्मार्टफोनों की लिथियम बैटरी गर्मी के कारण फट सकती है, जिससे आग और भड़क गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने आग के दौरान फटने की आवाजें भी सुनीं।
12 केवी बैटरी भी गर्मी के कारण फटीं इसके अलावा, बस के एयर कंडीशनिंग सिस्टम से जुड़ी दो 12 केवी बैटरी भी गर्मी के कारण फट गईं। पुलिस ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बाइक से रिसा हुआ पेट्रोल भी आग पकड़ने का एक कारण बना। कुरनूल रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल कोया प्रवीण ने बताया कि आग का मुख्य कारण बाइक का ईंधन टैंक और बस की बैटरी का फटना था। उन्होंने स्मार्टफोनों की भूमिका को कम महत्वपूर्ण बताया, लेकिन यह स्वीकार किया कि बस में मौजूद ज्वलनशील सामग्री, जैसे धात्विक पेंट, ने आग को और बढ़ावा दिया।
यात्रियों को बाहर निकलने का मौका नहीं यह हादसा बस के मुख्य निकास द्वार के पास शुरू हुआ, जिसके कारण यात्रियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। पुलिस और फोरेंसिक टीमें इस मामले की गहन जांच कर रही हैं ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके। इस त्रासदी ने बसों में ज्वलनशील सामग्रियों के परिवहन और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े किए हैं।


