नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा कि लद्दाख देश के लिए सांस्कृतिक, आर्थिक, पारिस्थितिकी और सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है और वहां के लोग गौरवान्वित भारतीय हैं। इसलिए उनकी समस्याओं का बातचीत के जरिए समाधान करना जरूरी है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने लद्दाख में हो रहे आंदोलन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लद्दाख के लोगों की समस्याएं सुनी जानी चाहिए और उनकी मांगों पर सकारात्मक रूप से विचार करना सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था और तब वहां के लोगों को अपने विकास को लेकर बड़ी उम्मीदें थी, लेकिन केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जिस तरह का शासन वहां के लोगों ने देखा, उससे उन्हें भारी निराशा हुई और उनका एक तरह से इन सब स्थितियों को देखते हुए मोहभंग हो गया। रमेश ने लद्दाख के लोगों का संकट बताते हुए कहा कि उनकी भूमि और रोजगार के अधिकार गंभीर खतरे में हैं। संविधान की छठी अनुसूची के तहत सुरक्षा और निर्वाचित विधायिका की उनकी उचित मांगों पर केवल बैठकें ही होती रही हैं।
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन द्वारा यथास्थिति को एकतरफा रद्द करने और प्रधानमंत्री द्वारा 2020 में चीन को क्लीन चिट दिए जाने से भारी अनिश्चितता हो गई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि लद्दाख भारत के लिए सांस्कृतिक, आर्थिक, पारिस्थितिक और सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। लद्दाख के लोग हमेशा से ही अपने सामाजिक मूल्यों और अपनी विरासत से गौरवान्वित भारतीय रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने उम्मीद जताई कि लद्दाख के लोगों की पीड़ा और वेदना भारत सरकार की अंतरात्मा को जगाएगी और बातचीत के जरिए सिर्फ उनकी समस्याओं का समाधान ही नहीं करेगी, बल्कि उनकी आकांक्षाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कदम भी उठाएगी।


