जोधपुर। जिले में दिनदहाड़े सरपंच सहित 5 अन्य लोगों की हत्या करने की योजना थी। जमीन विवाद और झूठे मुकदमे से परेशान बदमाश बदला लेना चाहता था। प्लान बनाने वाला लॉरेंस गैंग से जुड़ा हुआ रिटायर्ड फौजी उम्मेद सिंह हिस्ट्रीशीटर है।
जोधपुर पुलिस को इसकी भनक लगने पर तीन अलग-अलग इलाकों (मंडौर, माता का थान और सूरसागर) से पुलिस ने 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके नाम अमित पारीक, ईश्वर सिंह, ईश्वर सोलंकी, उम्मेद सिंह, रावल सिंह और आयुष पंडित हैं। जिनसे बदमाशों से 6 पिस्तौल, 13 मैग्जीन और 127 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
जोधपुर कमिश्नरेट ईस्ट के इस मामले में मंगलवार आधी रात से इन्हें पकड़ने के लिए ऑपरेशन ‘सनराइज’ चलाया गया था। इन सभी बदमाशों की गिरफ्तारी बुधवार सुबह 10:30 बजे दिखाई गई है।
जोधपुर मे हिस्ट्रीशीटर का पूरा मामला ये था
पुलिस कमिश्नर रवि कुमार के अनुसार लॉरेंस से कान्टैक्ट रकहने वाला मुख्य आरोपी उम्मेद सिंह आठ साल तक फौज में काम कर चुका है। जोधपुर से करीब 20 किमी दूर चोखा गांव के सरपंच चुन्नीलाल टांक से उम्मेद सिंह का विवाद चल रहा था। बकाया पैसे के लेन-देन और जमीन विवाद इसकी वजह है। पूछताछ में ये भी सामने आया कि चुन्नीलाल टांक ने उम्मेद सिंह के खिलाफ पॉक्सो का भी मामला दर्ज करवाया था।
दोनों के इस विवाद में शामिल चुनीलाल के साथ ही चन्द्रवीर सिंह, खिरजा (जोधपुर) निवासी शंकर सिंह व उगम सिंह और देहरिया (जोधपुर) निवासी भैरू सिंह से भी दुश्मनी थी। इसी को लेकर वह चुन्नीलाल के बाद इनकी हत्या करना चाह रहे थे।
बदमाशों ने रेंकी के लिए हायर किए 2 लोग
उम्मेद सिंह ने रेकी करने के दो लोगों को हायर भी किया था। जोधपुर पुलिस आयुक्त रविदत्त गौड़ ने बताया कि मंगलवार को साइबर सेल के हेड कॉन्स्टेबल प्रवीण गहलोत को सूचना मिली थी कि चोखा सरपंच चुन्नीलाल टांक व चार अन्य व्यक्तियों की हत्या की साजिश रची जा रही है। साजिश रच रहे बदमाश थाना मंडोर क्षेत्र के ओगडेश्वर महादेव मंदिर के पीछे दुर्गम पहाड़ी इलाकों-जंगल में कुछ दिनों से छिपे हुए हैं।
मामले मे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वले हेड कॉन्स्टेबल को प्रमोशन
जोधपुर कमिश्नर के निर्देश पर एडीसीपी नाजिम अली के नेतृत्व में अलग-अलग 6 टीम, 8 बाइक राइडर्स व शार्प शूटर की टीम गठित की गई थी। मंगलवार देर रात ढाई बजे पहाड़ की घेराबंदी की। यहां से पुलिस ने उम्मेद सिंह व रावल सिंह को हिरासत में लिया।
इन दो बदमाशों की बताई लोकेशन माता का थान और सूरसागर से बाकी 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। इधर,डीजीपी उमेश मिश्रा ने हेड कॉन्स्टेबल को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के निर्देश दिए हैं। इसके बाद उन्हें एएसआई के पद पर प्रमोट किया जाएगा।
देर रात तक चला ऑपरेशन सनराइज
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सूचना के बाद देर रात करीब 2:30 बजे बदमाशों की तलाश में ऑपरेशन सनराइज चलाया गया। दुर्गम पहाड़ी इलाकों व जंगलों की घेराबंदी की गई। यहां से उम्मेद सिंह व रावल सिंह को दो लोडेड पिस्तौल, 24 कारतूस और एक पावर बाइक के साथ गिरफ्तार किया।