Laxmi Narayan Rajyog 2025 : ज्योतिष में दैत्यों के गुरु शुक्र और ग्रहों के राजकुमार बुध की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। बुध को संचार, बुद्धि, तर्कशास्त्र, गणित और व्यापार का कारक माना जाता है, वे मिथुन और कन्या राशि के स्वामी होते हैं। शुक्र को सौंदर्य और सुख का कारक माना जाता है, वे वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं। मीन राशि को शुक्र की उच्च राशि और कन्या राशि को नीच राशि माना जाता है।
वर्तमान में बुध वृश्चिक राशि में विराजमान है और 23 नवंबर को तुला में प्रवेश करेंगे, फिर 6 दिसंबर को वृश्चिक में गोचर करेंगे। शुक्र कन्या में स्थित है और 26 नवंबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे और 20 दिसंबर तक यहीं रहेंगे। इस प्रकार, दिसंबर महीने में वृश्चिक राशि में बुध और शुक्र की युति से लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण होगा, जो तीन राशियों के लिए शुभ साबित होगा। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो भाग्यशाली राशियां।
लक्ष्मी नारायण राजयोग का राशियों पर प्रभाव मेष राशि पर प्रभाव: शुक्र-बुध युति और लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। आय में वृद्धि हो सकती है, किस्मत का साथ मिलेगा, और नए-नए आय के माध्यम बनेंगे। देश-विदेश की यात्रा कर सकते हैं। सरकारी नौकरी या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को लाभ मिल सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। निवेश से लाभ मिल सकता है। कोई धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। छोटी या बड़ी यात्रा कर सकते हैं।
वृश्चिक राशि पर प्रभाव: लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए वरदान से कम साबित नहीं हो सकता है। आत्मविश्वास में वृद्धि हो सकती है। पार्टनरशिप के काम से लाभ मिल सकता है। कारोबार में कोई बड़ी डील या ऑर्डर मिल सकता है। पारिवारिक जीवन में लंबे समय से चल रहा कोई विवाद सुलझ सकता है। अविवाहितों के लिए विवाह का प्रस्ताव आ सकते हैं। साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है।
सिंह राशि पर प्रभाव: लक्ष्मी नारायण राजयोग का बनना जातकों के लिए शुभकारी साबित नहीं होगा। जमीन-जायदाद, रियल स्टेट और प्रॉपर्टी से जुड़े लोगों को अच्छा लाभ हो सकता है। परिवार के साथ संबंध अच्छे रहेंगे। आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी। विवाहितों का वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। व्यापारियों को अच्छा धनलाभ हो सकता है और कारोबार का विस्तार कर सकते हैं। पार्टनरशिप का प्रस्ताव मिल सकता है। भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। इस अवधि में वाहन या प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं।
क्या होता है Laxmi Narayan Rajyog ज्योतिष शास्त्र में लक्ष्मी नारायण राजयोग का विशेष महत्व बताया गया है, इसे बेहद शुभ माना गया है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है। कहते हैं जिसकी कुंडली में यह योग बनता है, उस पर लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है, वहां धन-धान्य की वर्षा होती है।


