जयपुर। गुलाबी नगरी जयपुर के रिहायशी इलाकों में एक बार फिर तेंदुए की दहशत देखने को मिली। इस बार दुर्गापुरा स्थित लाल बहादुर कॉलोनी में देर रात एक तेंदुए को घूमते हुए देखा गया, जिसकी तस्वीरें कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पूरी रात सर्च आॅपरेशन चलाया गया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। दूसरे दिन शनिवार दोपहर में भी वन विभाग के रेंजर जितेंद्र सिंह शेखावत और वरिष्ठ डॉक्टर अरविंद माथुर के नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन जारी रहा।
टीम को आसपास के खाली प्लॉटों में तेंदुए के पगमार्क मिले, जिसके बाद अफसरों ने पटाखे फोड़कर उसे भगाने का प्रयास किया। बावजूद इसके, तेंदुआ अब तक पकड़ में नहीं आया है। कॉलोनीवासियों में डर और चिंता का माहौल बना हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, लेपर्ड का मूवमेंट गोपालपुरा ओवरब्रिज से जुड़ी फैक्ट्रियों तक फैला है। इसी क्षेत्र में पहले भी तेंदुआ पकड़ा गया था, जिसे बाद में जंगल में छोड़ा गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि शहर के आस-पास हरित क्षेत्रों में बढ़ते निर्माण कार्य और शिकार की कमी के कारण तेंदुए अब रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं। दुर्गापुरा, गोपालपुरा, जगतपुरा और जवाहर सर्किल जैसे क्षेत्रों में पिछले कुछ महीनों से इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। खबर लिखे जाने तक वन विभाग की ओर से लेपर्ड की सर्चिंग की जा रही थी।


