योगी सरकार ने लोधेश्वरनाथ सहित तीर्थों के विकास की योजना बनाई

vikram singh Bhati

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक महत्वाकांक्षी योजना का उद्घाटन किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि बाराबंकी स्थित प्रसिद्ध बाबा लोधेश्वरनाथ की पावन धरती को वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर एक भव्य ‘महादेवा कॉरिडोर’ के रूप में विकसित किया जाएगा। यह परियोजना राज्य में चल रहे धार्मिक स्थलों के रिवाइवल के अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

सरकार का मानना है कि ये कॉरिडोर न केवल आस्था के केंद्र बनेंगे, बल्कि लोकल इकोनॉमी के लिए एक मजबूत आधार भी तैयार करेंगे। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश की विरासत ही उसकी असली पहचान है और इसे प्रिजर्व और प्रमोट करना सरकार की प्राथमिकता है। विरासत से पर्यटन और रोजगार तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार, इन विकास परियोजनाओं का दायरा सिर्फ धार्मिक महत्व तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि ये कॉरिडोर रूरल टूरिज्म को एक नया आयाम देंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अनगिनत अवसर पैदा करेंगे।

“हमारी सरकार हर जिले में धार्मिक स्थलों को सशक्त कर पर्यटन को उद्योग का रूप दे रही है। हमारी विरासत ही हमारी पहचान है और यूपी में धार्मिक स्थलों का नया पुनर्जागरण शुरू हो चुका है।” — योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री इस योजना के तहत, सरकार का लक्ष्य आस्था को इन्फ्रास्ट्रक्चर से जोड़कर एक ऐसा मॉडल तैयार करना है, जहां श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलें और स्थानीय समुदायों को आर्थिक लाभ हो। कई अन्य तीर्थों का भी होगा कायाकल्प महादेवा कॉरिडोर के अलावा, प्रदेश सरकार कई अन्य प्रमुख तीर्थस्थलों के भव्य विकास पर भी काम कर रही है।

इनमें गोला गोकर्णनाथ, मथुरा, वृंदावन, बरसाना, गोकुल, बलदेव और नैमिषारण्य जैसे पवित्र स्थल शामिल हैं। इन सभी स्थानों पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए व्यापक स्तर पर निर्माण और सौंदर्यीकरण का कार्य जारी है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश की विरासत को सम्मान मिल रहा है।

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में अयोध्या में श्रीरामलला मंदिर, वाराणसी में विश्वनाथ धाम और नागपुर व मुम्बई में बाबा साहब अंबेडकर से जुड़े पंच तीर्थों का निर्माण भारतीय विरासत के सम्मान का प्रतीक है।” — योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री इन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से योगी सरकार का लक्ष्य उत्तर प्रदेश को देश का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र बनाना है, जो श्रद्धा और विकास के संगम का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करेगा।

Share This Article
Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal