बिहार चुनाव के दौरान दरभंगा की अलीनगर सीट से बीजेपी उम्मीदवार मैथिली ठाकुर ‘पाग विवाद’ को लेकर चर्चा में हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे ‘पाग’ (माथे पर बांधी जाने वाली पारंपरिक टोपी) में मखाना रखकर खाते हुए दिखाई दे रही थीं। इस वीडियो के बाद लोगों ने उन पर परंपरा और संस्कृति का अपमान करने के आरोप लगाए। मैथिली ठाकुर ने अब इस पूरे मामले पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने ‘पाग’ के अंदर से मखाना नहीं खाया। यह सब उन्हें बदनाम करने की एक साजिश थी।
एबीपी न्यूज से बातचीत में मैथिली ने कहा, “हमारी संस्कृति हमारे लिए मां समान है। किसी ने मुझे फंसाने की कोशिश की, लेकिन वो नाकाम रहे। दो-तीन दिन तक यह प्रोपेगेंडा चला, जो सिर्फ एक पीआर स्टंट था।” मैथिली ने आगे कहा कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “जैसे मां का आंचल पवित्र होता है, वैसे ही ‘पाग’ भी हमारे सम्मान और संस्कृति का प्रतीक है। क्या कोई ‘पाग’ मां के आंचल से बड़ा हो सकता है?
दोनों मेरे लिए समान हैं।” उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने ‘पाग’ में मखाना रख लिया, तो उसमें गलत क्या है, यह तो बस अपनी चीज़ों को संभालने का तरीका था। मैथिली ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान एक महिला ने उन्हें “तरूआ” (तली हुई सब्जी) और पानी पिलाकर विदा किया था, जिसकी वजह से उनका मुंह चल रहा था। उन्होंने कहा, “यहां बेटी को ऐसे ही विदा किया जाता है। मुझे दही-चीनी खिलाकर भी विदा किया गया था। भूख लगी थी, इसलिए मखाने को पाग में इकट्ठा कर लिया और खा लिया। इसमें किसी तरह की बेअदबी नहीं थी।


