कोटा। शहर के सबसे बड़े एमबीएस अस्पताल में मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को बड़ी राहत दी गई है। अब इन रोगियों को दूसरी मंजिल तक चढ़ने की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। अस्पताल प्रशासन ने भीड़ और अव्यवस्था के चलते गुरुवार को मौसमी बीमारियों की सामान्य ओपीडी को ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट कर दिया है। नई ओपीडी अब इमरजेंसी वार्ड के पास कमरा नंबर 11 में संचालित की जा रही है।
दैनिक नवज्योति में बेकाबू हुई ओपीडी, डॉक्टरों को कमरा छोड़ना पड़ा शीर्षक हैडिंग से प्रकाशित की थी, उसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने मौसमी बीमारियों की ओपीडी को ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट करने के निर्देश जारी किए। बता दें कि मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे दूसरी मंजिल स्थित कमरा नंबर 201 में हालात अचानक बिगड़ गए थे। मौसमी बीमारियों की ओपीडी में मरीजों की भीड़ इतनी बढ़ गई कि हालात काबू से बाहर हो गए। डॉक्टरों को दिखाने की जल्दी में कई मरीज और परिजन एक साथ कमरे में घुसने लगे।
हालात बेकाबू होने पर भीड़ का दबाव इतना बढ़ा कि डॉक्टरों को नाराज होकर कमरा छोड़ना पड़ा। इस दौरान डॉक्टरों ने परिजनों से शांति बनाए रखने की अपील भी की थी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. धर्मराज मीणा के निर्देश पर ओपीडी प्रभारी व दो गार्डों ने व्यवस्थाओं को संभाला था। ओपीडी पर्ची और दवा काउंटर भी पास सामान्य ओपीडी को इमरजेंसी वार्ड के पास कमरा नंबर 11 में शिफ्ट किया गया है। इस बदलाव से एक और बड़ी सुविधा यह होगी कि मरीजों को पर्ची बनवाने और दवा लेने के लिए अलग से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा।
पर्ची काउंटर और दवा वितरण केंद्र पास ही हैं, जिससे मरीजों का समय और मेहनत दोनों बचेंगे। मौसमी बीमारियों का बढ़ता दबाव सितंबर के महीने में बदलते मौसम के कारण अस्पताल में बुखार, वायरल, डेंगू, मलेरिया, सर्दी-खांसी और गले के संक्रमण के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हर दिन सैकड़ों मरीज एमबीएस की ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इस बढ़ती भीड़ को संभालना दूसरी मंजिल पर संभव नहीं हो पा रहा था। ऐसे में ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट करना मरीजों और परिजनों दोनों के लिए राहत का कदम साबित होगा।
नई व्यवस्था से अब मरीजों को सीढ़ियां चढ़ने की परेशानी नहीं होगी, वहीं डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन भी व्यवस्थित तरीके से लग सकेगी। मरीजों को मिलेगी राहत। नई व्यवस्था से मरीजों और परिजनों ने राहत महसूस की है। परिजनों का कहना है कि पहले दूसरी मंजिल तक बुजुर्गों और बच्चों को ले जाना बहुत मुश्किल होता था। साथ ही ओपीडी के बाहर भीड़ और धक्का-मुक्की की वजह से परेशानियां झेलनी पड़ती थीं। लिफ्ट के लिए भी इंतजार करना पड़ता था।
अब ग्राउंड फ्लोर पर ओपीडी होने से इलाज के लिए पहुंचना और कागजी प्रक्रिया पूरी करना पहले से कहीं आसान हो गया है। ओपीडी ग्राउंड फ्लोर इमरजेंसी के पास कमरा नं. 11 में शिफ्ट कर दी है। सामान्य ओपीडी के मरीजों को अब दूसरी मंजिल पर नहीं जाना पड़ेगा। वहीं व्यवस्था के रूप में गार्ड भी तैनात है। मंगलवार को बेकाबू होने से कुछ समय के लिए व्यवधान आया था। बाद में सब सामान्य हो गया था। अभी मौसमी बीमारियों के चलते मरीज की ओपीडी बढ़ी है। मरीजों की सुविधा के लिए इस ओपीडी को नीचे शिफ्ट किया है।- डॉ.
धर्मराज मीणा, अस्पताल अधीक्षक, कोटा


