जयपुर। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में लैटरल एंट्री के खिलाफ डॉक्टरों का आंदोलन तेज हो गया है। राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के बैनरतले पिछले सात दिनों से जारी आंदोलन के दौरान लगातार दूसरे दिन भी एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े एसएमएस सहित अन्य अस्पतालों में सुबह 8 से 10 बजे तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया। यह बहिष्कार कोटा, अजमेर सहित अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजों में भी किया गया। धरना भी जारी है। इस दौरान डॉक्टर्स के ओपीडी में नहीं आने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
हालांकि कार्य बहिष्कार से इमरजेंसी सेवाओं को बाहर रखा गया। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धीरज जैफ ने बताया कि सोमवार को चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार के साथ वार्ता हुई, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाती तब तक मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में रोजाना दो घंटे के ओपीडी का बहिष्कार किया जाएगा। इस कार्य बहिष्कार के दौरान इमरजेंसी, इनडोर और ऑपरेशन थिएटर की सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि अगर सरकार और चिकित्सा विभाग ने जल्द कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए तो आंदोलन को और कड़ा किया जाएगा।


