पणजी, 11 फरवरी ()। सेव महादेई सेव गोवा फ्रंट ने गोवा के लोगों से अपील की है कि वह रविवार शाम को एक मोमबत्ती या दीया जलाएं और अपना समर्थन देने के लिए सोशल मीडिया पर जल की पूजा करने वाली तस्वीरें और वीडियो साझा करें।
अभियान के संयोजक प्रो. प्रजल सखरदांडे ने श्रद्धेय नदी महादेई को बचाने के लिए एकजुट प्रयास में भाग लेने के लिए सभी से एक समुदाय के रूप में एक साथ आने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा- 12 फरवरी, रविवार को शाम 7.30 बजे, हम एक मोमबत्ती या दीया जलाएं और पवित्र नदी का प्रतिनिधित्व करते हुए पानी का कटोरा लेकर अपनी प्रार्थना करें और इसकी शुद्धता और पवित्रता को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करें।
उन्होंने लोगों से अपील की कि पूजा और प्रार्थना के इन पलों को हैशटैग सेव महादेई सेव गोवा के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करें। उन्होंने कहा, आइए हम दुनिया को दिखाएं कि हम ऐसे लोग हैं जो अपनी भूमि के प्राकृतिक आशीर्वाद को संजोते हैं और उसकी रक्षा करते हैं। आइए हम इस अवसर पर आगे बढ़ें और आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर दुनिया विरासत में देने के लिए खड़े हों।
जब से कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने घोषणा की कि केंद्र ने उनके राज्य में बहुचर्चित कलसा-भंडूरी बांध परियोजना को मंजूरी दे दी है, गोवा में लोगों ने केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ जनसभाएं करनी शुरू कर दी हैं। गोवा और कर्नाटक वर्तमान में केंद्रीय न्यायाधिकरण में महादेई नदी के पानी पर कलसा-भंडूरी बांध परियोजना के विवाद से जूझ रहे हैं।
महादेई कर्नाटक से निकलती है और पणजी में अरब सागर में मिलती है। यह कर्नाटक में 28.8 किमी की दूरी तय करती है, गोवा में इसकी लंबाई 81.2 किमी है। कर्नाटक नदी पर बांध बनाने की योजना बना रहा है, जिसका उद्देश्य पानी को उत्तरी कर्नाटक में पानी से भरे मलप्रभा बेसिन की ओर मोड़ना है।
केसी/
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