जयपुर। राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। अपने संबोधन में उन्होंने बाड़मेर जिले के गडरारोड ब्लॉक के तामलोर गांव का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि जब वह गांव में गए थे, तो वहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान देखे। जब उन्होंने घर के नल को चलाकर पानी की उपलब्धता जांची, तो बताया गया कि यह पानी 800 किलोमीटर दूर सरदार सरोवर से आया है। उन्होंने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया।
भगवा शर्ट पहनकर पहुंचे विधायक रविंद्र सिंह भाटी
बाड़मेर जिले के शिव विधानसभा क्षेत्र के विधायक रविंद्र सिंह भाटी ओरण बचाने के समर्थन में भगवा शर्ट पहनकर विधानसभा पहुंचे। उनकी शर्ट पर “ओरण बचाओ” लिखा था और पेड़ की आकृति बनी हुई थी। इससे पहले भी वे जैसलमेर के बईया गांव में ओरण बचाने के लिए धरने पर बैठ चुके हैं, जहां उन्होंने ठंड में रातें गुजारी थीं। उनके संघर्ष के बाद सरकार ने करीब 1,000 बीघा जमीन ओरण के लिए छोड़ दी थी।
ओरण भूमि को बचाने की जरूरत
विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत में विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, “ओरण वह भूमि है जिसे देवभूमि कहा जाता है। भगवान श्रीराम ने यहां 12 साल तक वनवास बिताया था।” उन्होंने चिंता जताई कि अब इस पवित्र भूमि पर भू-माफियाओं की नजर है, जो इसे हड़पना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि ओरण भूमि को बचाने के लिए लड़ाई लड़नी पड़ी, तो वह मजबूती से लड़ेंगे।
सरकार से ओरण को संरक्षित करने की मांग
विधायक भाटी ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान के लोग लंबे समय से ओरण बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि ओरण भूमि को संरक्षित किया जाए और इसे किसी भी तरह के अतिक्रमण से बचाया जाए। उनका कहना था कि ओरण केवल जमीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। उन्होंने सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की।