बिहार में रोजगार और औद्योगिकीकरण पर मोदी का जोर

Sabal SIngh Bhati
By Sabal SIngh Bhati - Editor

आरा। बिहार चुनाव अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोजपुरी क्षेत्र के दिल कहे जाने वाले आरा की धरती पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के घोषणा-पत्र को अपने निशाने पर लिया और भोजपुरिया अंदाज में कहा, ‘जे खेतवा उजड़ले बा, उहे अब बोआई के बात करत बा’। मोदी ने भोजपुर जिले से आये विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि इस भोजपुरी क्षेत्र में डालमिया नगर की सीमेंट फैक्ट्री थी, चीनी और कागज की मिलें थी, सभी को राजद के जंगलराज ने निगल लिया। सभी कारखानों में ताले लग गए।

हजारो लोग बेरोजगार हो कर पलायन के लिए मजबूर हुए। उन्होंने कहा कि जब लालटेन और लाल झंडे ले कर महागठबंधन के लोग घूमेंगे, तो प्रदेश में निवेश करने कौन आएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में पुन: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार आने के बाद निवेश और औद्योगिकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे रोजगार के अवसर बनेंगे और युवाओं के पलायन पर विराम लगेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग दिल्ली में बैठ कर एनडीए के खिलाफ रणनीति बना रहे हैं, उनको लग गया है कि हवा का रुख किधर जा रहा है।

उन्होंने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि ‘जनता जनार्दन है, मत भूलो ये पब्लिक है, सब जानती है।’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का बिहार में लक्ष्य साफ है। बिहार में एनडीए के संकल्पपत्र में साफ तौर पर लिखा है कि छात्रों के लिए पढ़ाई, मरीजों के लिए दवाई, किसानों के लिए सिंचाई और नौजवानों के लिए कमाई प्राथमिकता सूची में शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रोजगार के अवसर के तहत बिहार में लाखों महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं।

उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण और रोजगार के संकल्प के तहत एक करोड़ तीस लाख महिलाओं के खाते में 10 हजार की राशि भेजी गई है और 14 नवंबर को सरकार बनते ही उन्हें आगे सहयोग देने की योजनाएं बनाई जाएंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय देश में सबसे ज्यादा युवा आबादी बिहार में है और एनडीए सरकार ने तय कर लिया है कि प्रदेश में लाखों लघु और कुटीर उद्योगों का जाल बिछा कर सुनिश्चित किया जाएगा कि बिहार का युवा बिहार में ही काम करे।

उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में प्रदेश के किसी भी युवा को इच्छा के विरुद्ध पलायन करने की आवश्यकता नहीं होगी।

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