नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि ‘आई एम जॉर्जिया माई रूट्स माई प्रिंसिपल्स’ इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की केवल आत्मकथा नहीं है, यह उनके मन की बात है। प्रधानमंत्री ने मेलोनी की आत्मकथा ‘आई एम जॉर्जिया माई रूट्स माई प्रिंसिपल्स’ की प्रस्तावना लिखते हुए कहा है, भारत और इटली संधियों या व्यापार से कहीं ज्यादा विरासत की रक्षा, समुदाय की मजबूती और नारीत्व को एक मार्गदर्शक शक्ति के रूप में मानने जैसे साझे मूल्यों से बंधे हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों में परंपराओं के प्रति सम्मान और आधुनिकता को अपनाने की एक जैसी भावनाएं मौजूद हैं। मोदी ने इन साझे मूल्यों को अपनी और मेलोनी की व्यक्तिगत मित्रता का आधार बताया है। सात अक्टूबर को होगा विमोचन। उल्लेखनीय है कि इस आत्मकथा की भूमिका में मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी योगदान दिया है। रूपा पब्लिकेशन की ओर से प्रकाशित इस आत्मकथा का विमोचन सात अक्टूबर को किया जाएगा।
आत्मकथा में अपने जीवन के संघर्ष की कहानी इटली की प्रधानमंत्री ने इस आत्मकथा में अपनी कहानी अपने शब्दों में साझा करते हुए बताया है कि कैसे उन्होंने गारबेटेला में मजदूरों की बस्ती में अपना बचपन गुजारने से लेकर इटली की प्रधानमंत्री बनने तक का कठिन सफर तय किया है। वह अपने संघर्ष का श्रेय अपनी मां को देते हुए कहती हैं कि उन पर सबसे ज्यादा प्रभाव उनकी मां का रहा है।