जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के माही बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा परियोजना सहित 1,22,670 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थान सरकार के 30,339 करोड़ रुपए से अधिक के 48 विकास कार्यों का भी शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने पीएम कुसुम योजना के लाभार्थियों से संवाद भी किया। उन्होंने माही बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र सहित 63,683 करोड़ रुपए की स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं और बिजली निकासी पारेषण प्रणालियों की आधारशिला रखी। इसके अलावा, उन्होंने 14,445 करोड़ रुपए की सात सौर ऊर्जा परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने राजस्थान नवीकरणीय ऊर्जा जोन फेज-4 एवं फेज-5 के विद्युत निकासी के लिए 13,183 करोड़ रुपए की ट्रांसमिशन लाइनों का भी शिलान्यास किया। उन्होंने पांच राज्यों में 92,330 करोड़ रुपए की लागत से 9.6 गीगावाट उत्पादन क्षमता की स्वच्छ ऊर्जा एवं पारेषण परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारम्भ किया। प्रधानमंत्री ने 348 करोड़ रुपए की लागत से भोपा एवं बैतिना (जैसलमेर), नौखड़ा (बीकानेर) में 220 केवी के 3 जीएसएस के निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया। इसके साथ ही, बाड़मेर जिले के शिव में लगभग 143 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 220 केवी जीएसएस का भी लोकार्पण किया।
उन्होंने जल संसाधन विभाग की 20,833 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें राम जल सेतु लिंक परियोजना के अंतर्गत 17,777 करोड़ रुपए की लागत से ईसरदा से रामगढ़ बांध (जयपुर) तक फीडर निर्माण, ईसरदा से खुरा चैनपुरा से बंध बरेठा (भरतपुर) तक फीडर निर्माण, खुरा चैनपुरा से जयसमंद (अलवर) तक फीडर निर्माण, अजमेर जिले में मोर सागर कृत्रिम रिजर्वायर निर्माण और बीसलपुर से मोर सागर कृत्रिम रिजर्वायर तक फीडर निर्माण एवं चित्तौड़गढ़ जिले की रावतभाटा तहसील में ब्राहम्णी बैराज के निर्माण के कार्य कराए जाएंगे।
बीसलपुर बांध परियोजना में इंटेक पंप हाउस, राजसमंद बांध में जल की आवक बढ़ाने के लिए खारी फीडर के जीर्णोद्धार, सोम-कमला-अम्बा-भीखा भाई सागवाडा फीडर, जिला-डूंगरपुर में फीडर नहर का कार्य एवं चित्तौड़गढ़ जिले में बागोलिया बांध फीडर निर्माण के कार्य भी कराए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने ईसरदा बांध, धौलपुर लिफ्ट परियोजना, तकली परियोजना, बत्तीसा नाला परियोजना, बीकानेर जिले में आईजीएमएन के आरडी 507 पर एस्केप जलाशय का लोकार्पण भी किया।
मोदी ने 878 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से भरतपुर शहर में हीरादास और बिजलीघर चौराहों पर फ्लाईओवर निर्माण, देवली-जयपुर वाया बीसलपुर, टोडारायसिंह सड़क पर बनास नदी पर पुल निर्माण एवं 116 अटल प्रगति पथ के निर्माण कार्यों का शुभारम्भ किया।
उन्होंने बाड़मेर में एनएच-68 पर 21 किमी लम्बे फोर-लेन बाइपास, ब्यावर-मसूदा-गोयला राज्य राजमार्ग सं.-26ए, अजमेर जिले के अराइ-सरवाड़ राज्य राजमार्ग सं.-7 ई, डूंगरपुर जिले के संगमेश्वर में माही नदी पर हाई लेवल ब्रिज, अजमेर एवं खैरथल-तिजारा जिलों में गादौज माजरी से हरियाणा सीमा व माजरी नीमराणा राज्य राजमार्ग 111 एवं 111ए, डूंगरपुर एवं बांसवाड़ा जिलों में राज्य राजमार्ग सं.-927ए के सुद्दढ़ीकरण एवं विकास कार्यों, राजसमंद एवं उदयपुर जिलों में राज्य राजमार्ग सं.-162ई पर चारभुजा से निचली ओडन (नाथद्वारा) तक 88 किमी सड़क के 1,758 करोड़ रुपए से अधिक के कार्यों का भी लोकार्पण किया।
प्रधानमंत्री ने बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर जिलों में वृहद पेयजल परियोजनाओं के विभिन्न पैकेज, चम्बल-भरतपुर-धौलपुर परियोजना पैकेज 1ए के अंतर्गत विभिन्न कार्यों, सवाई माधोपुर जिले की 177 ग्राम पंचायतों एवं बौंली के लिए जलापूर्ति योजना, बाड़मेर लिफ्ट परियोजना द्वितीय चरण भाग-सी में 346 गांव के लिए जलापूर्ति परियोजना, दौसा जिले के लिए ईसरदा दौसा पेयजल परियोजना पैकेज 3बी, चूरू जिले में कर्मसाना फीडर वृहद पेयजल परियोजना, अजमेर जिले में वृहद पेयजल परियोजना अरांई-सिलोरा, भीलवाड़ा जिले में सुवाणा एवं रायपुर तहसील के गांवों में जलापूर्ति के लिए रेट्रोफिटिंग कार्य, अमृत 2.0 के तहत सीकर जिले के सात शहरों के लिए शहरी जल आपूर्ति योजनाओं के कार्य का भी शिलान्यास किया।
मोदी ने भरतपुरवासियों को 128 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 250 बेड के आरबीएम चिकित्सालय की सौगात दी। उन्होंने 140 करोड़ रुपए की लागत से जयपुर में निर्मित आईटी डवलपमेंट एंड ई-गर्वनेंस सेंटर का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने 226 करोड़ रुपए की लागत से मकराना शहर में सीवरेज लाइन, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सीवरेज पम्पिंग स्टेशन और झुंझुनूं जिले के मंडावा में सीवरेज एवं जलप्रदाय परियोजना का लोकार्पण भी किया।


