भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य के प्रशासनिक अमले के प्रति अपना रुख स्पष्ट किया है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि अच्छा काम करने वालों को सरकार सम्मानित करेगी, लेकिन लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट चेतावनी दी कि सरकार की मंशा बिल्कुल साफ है।
जो अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी और लगन से निर्वहन करेंगे, उन्हें पूरा प्रोत्साहन और सम्मान मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि काम में कोताही या जनता को परेशान करने वाले रवैये को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “अच्छा काम करने वालों को प्रेरित करना और गलती करने वालों पर सख्त होना सरकार का काम है।” — डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री। सीएम का यह बयान नौकरशाही को स्पष्ट संदेश देता है कि प्रदर्शन ही प्राथमिकता होगी और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए कोई जगह नहीं है। डॉ.
यादव ने अपने संबोधन में जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि सरकारी योजनाओं का लाभ आम लोगों तक बिना किसी बाधा के पहुंचे और उन्हें अपने कामों के लिए दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें। “जनता को कष्ट ना हो, जो जवाबदारी मिली है उसका ईमानदारी से निर्वहन करें।” — डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री। यह संदेश प्रशासन को अधिक संवेदनशील और जवाबदेह बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य शासन-प्रणाली को चुस्त-दुरुस्त करना है।
सीएम ने सिवनी में लाडली बहना राशि वितरण कार्यक्रम के दौरान लाडली बहनों से बात करते हुए कहा कि वे किसी भी तरह से चिंता ना करें, उनका भाई हर कदम उनके साथ खड़ा हुआ है। “आपका भाई हर कदम आपके साथ है।” — डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री। सीएम ने इस सख्ती भरे लहज़े के जरिए प्रदेश की जनता खासकर बहनों को यह भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार प्रदेशवासियों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और हर कदम पर उनके साथ खड़ी रहेगी।


