जयपुर। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों से मानसून विदा हो चुका है। केवल बांसवाड़ा और झालावाड़ के कुछ हिस्सों से मानसून की आधिकारिक विदाई होना बाकी है। मानसून के जाने के साथ ही गर्मी ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। राज्य में आज और कल बारिश का दौर थम जाएगा। 27 सितंबर से एक नया सिस्टम बंगाल की खाड़ी से आएगा, जिसके प्रभाव से प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी जिलों में बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, कल भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, उदयपुर से भी मानसून लौट गया।
झालावाड़ और बांसवाड़ा के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई की रेखा गुजर रही है। मानसून की विदाई के साथ ही प्रदेश में बारिश का दौर थम गया है। कल पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहा। टोंक और भीलवाड़ा में दोपहर को कुछ स्थानों पर बादल छाए और हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि अन्य सभी जिलों में आसमान साफ रहा। मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राज्य में अगले दो दिन मौसम शुष्क रहने की संभावना है। वर्तमान में म्यांमार से लगने वाले बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवातीय परिसंचरण बन रहा है।
यह सिस्टम अगले 24 घंटों में तेज होकर लो-प्रेशर सिस्टम में बदलने की संभावना है। इससे 26 सितंबर के आसपास दक्षिणी ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट पर और तेज होकर अवदाब यानी डिप्रेशन बनने की प्रबल संभावना है। इस सिस्टम का असर राजस्थान में 27 सितंबर की शाम से देखने को मिलेगा। पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी और दक्षिणी भागों में मेघ गर्जन के साथ बारिश का दौर शुरू हो सकता है। इस सिस्टम का असर 3 अक्टूबर तक रहने की संभावना है।