आंध्र प्रदेश में चार और महाराष्ट्र में पांच शव मिले, मानसून का कहर जारी

Sabal SIngh Bhati
By Sabal SIngh Bhati - Editor

नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम भारत से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी शुरू हो गई है। लेकिन आखिरी चरण में मानसून पूर्वी, मध्य और दक्षिणी भारत में कहर बरपा रहा है। आंध्र प्रदेश में भारी बारिश की धारा में चार लोग बह गए, जबकि महाराष्ट्र के लातूर में दो दिन पहले बारिश के पानी में बहे पांच लोगों के शव बरामद किए गए। भारी बारिश के कारण सिक्किम में तीस्ता नदी के उफान में एक व्यक्ति बह गया, जिसका कुछ पता नहीं चला है।

आंध्र प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि अन्नामय्या जिले के रायचोटी कस्बे में बारिश से संबंधित दो अलग-अलग घटनाओं में चार लोग बहे हैं। एसएम कॉलोनी इलाके में शुक्रवार रात करीब आठ बजे 28 वर्षीय महिला शेख मुन्नी और उसका नाबालिग बेटा भारी बारिश के पानी में बह गए। उन्हें बचाने की कोशिश में उनका पड़ोसी भी पानी की तेज धारा में बह गया और तीनों की मौत हो गई। एक अन्य घटना में ट्यूशन से घर लौट रही आठ साल की बच्ची बारिश के पानी में बह गई और उसकी भी मौत हो गई।

शनिवार को बच्ची का शव बरामद किया गया। महाराष्ट्र के लातूर में भारी बारिश के बीच अलग-अलग घटनाओं में बह गए पांच लोगों के शव लगभग 40 घंटे तक चले तलाशी अभियान के बाद बरामद कर लिए गए हैं। मंगलवार को खेत से लौटते वक्त 27 वर्षीय व्यक्ति तिर्रू नदी की तेज धारा में बह गया था। उसी दिन एक पुल को पार करते समय एक ऑटो रिक्शा में सवार पांच लोग पानी की तेज धारा में बह गए। इनमें से तीन लोगों बचा लिया गया था, दो लापता थे। वहीं, डोंगरगांव झील में भी दो लोग डूब गए थे।

एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और पुलिस की बचाव टीमों ने घंटों की तलाशी के बाद इन सभी के शव बरामद किए। लातूर में पिछले दोनों से मूसलाधार बारिश में कई घरों को नुकसान पहुंचा है और फसलें बरबाद हो गई हैं। तीस्ता उफान पर सिक्किम के पाकयोंग जिले के रंगपो में उफनती तीस्ता नदी में बहकर एक व्यक्ति लापता हो गया है। पुलिस ने बताया कि वह एक दाह संस्कार में शामिल होने के लिए नदी किनारे गया था और फिसलकर नदी में गिर गया।

उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन नदी की तेज धारा उसे बहा ले गई। लापता व्यक्ति की तलाश जारी है। राजस्थान से मानसून की वापसी राजस्थान के मानसून की वापसी होने लगी है। लेकिन मानसून की वापसी में राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बताया कि उदयपुर, कोटा, भरतपुर और जयपुर मंडलों में बृहस्पतिवार से बारिश शुरू हुई थी जो शुक्रवार देर शाम तक रुक-रुक कर होती रही। साप्ताहांत में आठ जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

विभाग ने बताया कि शनिवार सुबह 8:30 बजे तक पिछले 24 घंटों के दौरान भीलवाड़ा के बिजोलिया में 100 एमएम, बूंदी के नैनवा में 96 और सवाई माधोपुर के चौथ वका बरवाड़ा में 50 एमएम वर्षा दर्ज की गई। हिमाचल में दो एनएच समेत 373 सड़कें बंद हिमाचल प्रदेश में बारिश के कहर में कुछ कमी आई है, लेकिन पहले पूरी तरह राहत नहीं मिली है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, 20 जून से शुरू हुई मानसूनी बारिश ने अब तक 430 लोगों की जान ले ली है।

शनिवार शाम तक राज्य में दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 373 सड़कें बंद थीं। बिजली के 43 ट्रांसफार्मर और 145 पेयजल योजनाएं भी बारिश से प्रभावित हुई हैं। प्राधिकरण की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बारिश कम होने के कारण स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, लेकिन सड़कों, बिजली और पेयजल योजनाओं की बहाली में अभी और समय लगेगा। नुकसान का आकलन अभी भी जारी है और नुकसान के सटीक आंकड़े जल्द ही अपडेट किए जाएंगे।

झारखंड में बिजली से महिला की मौत झारखंड के गढ़वा जिले में बिजली गिरने से एक महिला (65) की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि महिला अपने धान के खेत में काम कर रही थी। बारिश के बीच दोपहर बाद बिजली गिरी और वह चपेट में आ गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।

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