मध्य प्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। सोयाबीन के मॉडल रेट में लगातार वृद्धि हो रही है। भावांतर योजना 2025 के अंतर्गत सोयाबीन विक्रेता किसानों के लिए 14 नवंबर को 4234 रुपए प्रति क्विंटल का मॉडल रेट जारी किया गया है। यह रेट उन किसानों के लिए है जिन्होंने अपनी सोयाबीन की उपज मंडी में बेची है। इसी आधार पर भावांतर की राशि की गणना की जाएगी। पहले मॉडल रेट 7 नवंबर को 4020 रुपए प्रति क्विंटल जारी हुआ था।
इसके बाद 8 नवंबर को 4033 रुपए, 9 और 10 नवंबर को 4036 रुपए, 11 नवंबर को 4056 रुपए, 12 नवंबर को 4077 रुपए, 13 नवंबर को 4130 रुपए, 14 नवंबर को 4184 रुपए और 15 नवंबर को 4225 रुपए प्रति क्विंटल का मॉडल रेट जारी किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 13 नवंबर को 1.33 लाख किसानों के खातों में 233 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने किसानों को उपज का उचित लाभ दिलाने के लिए भावांतर योजना लागू की।
पिछले वर्ष सोयाबीन का भाव 4800 रुपए था, जबकि इस बार किसानों को 500 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ देकर 5300 रुपए से अधिक पर सोयाबीन खरीदा जा रहा है। प्रदेश में 9 लाख से अधिक किसानों ने सोयाबीन बेचने के लिए पंजीकरण कराया है। 3 से 17 अक्टूबर के बीच 9.36 लाख किसानों ने पंजीकरण करवाया। प्रदेश के सात जिलों में 50-50 हजार से अधिक किसानों ने पंजीकरण कराया है। 21 जिलों में 10-10 हजार से अधिक किसानों ने भी पंजीकरण किया है। सोयाबीन की विक्रय अवधि 24 अक्टूबर से 15 जनवरी 2026 तक रहेगी।
यदि एमएसपी से कम पर सोयाबीन बिकता है, तो किसानों के घाटे की भरपाई राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। फसल के विक्रय मूल्य और न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर की राशि सीधे राज्य सरकार देगी। सोयाबीन खरीदी के पहले मॉडल भाव की घोषणा 7 नवंबर 2025 को की जाएगी। योजना के तहत किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए हेल्पलाइन भी शुरू की गई है। हेल्पलाइन नंबर 0755-2704555 है, जो 30 अक्टूबर 2025 से कार्यरत है और प्रतिदिन सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक उपलब्ध रहेगी।


