मध्य प्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए एक सकारात्मक समाचार है। सोयाबीन की खरीदी जारी है और इस बीच सरकार ने मॉडल रेट में लगातार वृद्धि की है। आज एक बार फिर सोयाबीन के लिए मॉडल रेट को बढ़ाकर 15 नवंबर को 4225 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह मॉडल रेट उन किसानों के लिए है जिन्होंने अपनी सोयाबीन की उपज मंडी में बेची है। इस मॉडल रेट के आधार पर भावांतर की राशि की गणना की जाएगी। पहले मॉडल रेट 7 नवंबर को 4020 रुपए प्रति क्विंटल जारी किया गया था।
इसके बाद 8 नवंबर को 4033 रुपए, 9 और 10 नवंबर को 4036 रुपए, 11 नवंबर को 4056 रुपए, 12 नवंबर को 4077 रुपए, 13 नवंबर को 4130 रुपए और 14 नवंबर को 4184 रुपए प्रति क्विंटल का मॉडल रेट जारी किया गया। हाल ही में हुई बारिश ने सोयाबीन की फसल को प्रभावित किया था, जिससे किसान चिंतित थे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किसानों की उपज के उचित दाम सुनिश्चित करने के लिए भावांतर योजना की घोषणा की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को कोई असुविधा न हो।
भावांतर योजना लागू होने के बाद उपार्जन केंद्रों पर सोयाबीन की आवक बढ़ गई है। 13 नवंबर को मुख्यमंत्री ने 1.33 लाख किसानों के खातों में 233 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने किसानों को उपज का उचित लाभ दिलवाने के लिए भावांतर योजना लागू की। पिछले साल सोयाबीन का भाव 4800 रुपए था, जबकि इस बार किसानों को 500 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ देकर 5300 रुपए से अधिक कीमत पर सोयाबीन खरीदा जा रहा है। 9.36 लाख से अधिक किसानों ने इस योजना के तहत पंजीकरण कराया है।
प्रदेश में 24 अक्टूबर से 15 जनवरी 2026 तक सोयाबीन की विक्रय अवधि रहेगी। सोयाबीन के लिए MSP प्रति क्विंटल 5328 रुपए घोषित की गई है। यदि MSP से कम कीमत पर सोयाबीन बिकता है, तो किसानों के घाटे की भरपाई राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।


