मध्य प्रदेश का मौसम बंगाल की खाड़ी में बने मोथा तूफान के प्रभाव से अचानक बदल गया है। रविवार को कई जिलों में बादल छाए रहे और झमाझम बारिश हुई। सोमवार को भी ग्वालियर चंबल और उज्जैन संभागों में मौसम में बदलाव जारी रहेगा। मंगलवार को इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में तेज वर्षा और प्रदेश के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। 30 अक्टूबर तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाने के साथ हल्की से मध्यम, कहीं-कहीं तेज बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है।
सोमवार को ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग के आठ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल, इंदौर, गुना, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, सीहोर, हरदा, राजगढ़, देवास, धार, रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की दक्षिणपूर्व खाड़ी के ऊपर बना गहरा अवदाब पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और अगले 24 घंटों में एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।
यह तूफान 28 अक्टूबर की शाम या रात के दौरान एपी तट के मछलीपट्टनम और कालींगपट्टनम के बीच, काकीनाडा के आसपास, लगभग 90-100 किमी प्रति घंटे की अधिकतम स्थायी हवा की गति के साथ एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में परिवर्तित हो सकता है। अरब सागर के पूर्व-मध्य भाग के ऊपर बना अवदाब दक्षिण-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए अगले 24 घंटों में पूर्व-मध्य अरब सागर के पार जाने की संभावना है। इसके असर से प्रदेश के कई हिस्सों में बादल और बूंदाबांदी का सिलसिला अगले सप्ताह तक जारी रह सकता है।
पिछले 24 घंटे में मौसम का हाल यह रहा कि रविवार को शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से 9 डिग्री कम 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 20.6 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में 11 मिमी वर्षा दर्ज की गई। कई शहरों में दिन का तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस तक रहा। भोपाल में अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री, इंदौर में 23.5 डिग्री और उज्जैन में 25.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मध्य प्रदेश में मानसून आधिकारिक रूप से 13 अक्टूबर को विदा हो चुका है।
इस बार मानसून लगभग चार महीने सक्रिय रहा और औसतन 115% बारिश दर्ज की गई। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37.2 इंच है। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी। ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में सामान्य से दोगुनी वर्षा हुई। हालांकि, शाजापुर में सबसे कम यानी सिर्फ 81% बारिश दर्ज की गई। गुना में सबसे ज्यादा 65.7 इंच बारिश हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार में सबसे कम बारिश हुई। इंदौर संभाग में सामान्य बारिश का लक्ष्य पूरा हो गया।
सागर, रीवा, जबलपुर और शहडोल संभागों में मानसून का जोरदार असर रहा। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में बारिश का कोटा फुल हो चुका है।


