गयाजी। बिहार के गया जिले की जिला परिषद अध्यक्ष और कांग्रेस नेत्री नैना कुमारी ने बिहार कांग्रेस संगठन पर टिकट वितरण को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि टिकट वितरण की प्रक्रिया में राहुल गांधी के विजन और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के साथ खुला विश्वासघात किया गया है। नैना कुमारी ने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की तत्काल समीक्षा कर मगध की धरती पर सामाजिक संतुलन बहाल किया जाए। इससे पहले पटना के बिक्रम विधानसभा के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने कृष्णा अल्लावरु और राजेश राम को एयरपोर्ट पर भी घेर लिया था।
धांधली के आरोप में पटना एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारी बवाल काटते हुए मारपीट तक कर दी थी। नैना कुमारी ने कहा कि मगध क्षेत्र में गठबंधन के तहत मिली 60 सीटों में से मात्र 6 सीटें सामान्य वर्ग को और एक सीट आरक्षित वर्ग को दी गई हैं। यह निर्णय न केवल असंतुलित है, बल्कि कांग्रेस की मूल विचारधारा और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट वितरण में हर तरह की धांधली की गई है, जिससे राहुल गांधी की समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने की सोच को ठेस पहुंची है।
नैना ने बिहार कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाया। नैना के अनुसार राहुल गांधी ने कहा था कि महिलाओं, पिछड़े वर्गों, अति पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों को मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए। उसी तरह, मैं भी अति पिछड़े समुदाय की एक महिला हूं। मेरा जो हिस्सा होना चाहिए था, वह मुझे न देकर किसी और को दे दिया गया। यह हमारे लिए बहुत अपमान और दु:ख की बात है। उन्होंने बिहार कांग्रेस के कुछ नेताओं पर पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाया।
नैना कुमारी ने कहा कि कई नेताओं ने टिकट वितरण में निजी स्वार्थों को प्राथमिकता दी और राहुल गांधी की नीतियों को दरकिनार किया। नैना कुमारी ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से अपील की है कि टिकट वितरण की प्रक्रिया की तत्काल समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि मगध की धरती, जो सामाजिक समरसता और समावेशी विकास की प्रतीक रही है, वहां कांग्रेस की छवि को बचाने के लिए त्वरित कदम उठाए जाने चाहिए।
अगर समय रहते इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया, तो इसका असर न केवल बिहार में पार्टी की स्थिति पर पड़ेगा, बल्कि कार्यकतार्ओं का मनोबल भी टूटेगा।


