नाकोड़ा पार्श्वनाथ तीर्थ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता

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बालोतरा. देश के प्रमुख जैन तीर्थों में शामिल श्री जैन श्वेताम्बर नाकोड़ा पार्श्वनाथ तीर्थ की प्राचीनता महाभारत काल व भगवान नेमिनाथ के समय से मानी जाती है। ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार इसकी स्थापना लगभग 2200-2300 वर्ष पूर्व हुई। वीरमसेन की ओर से बसाए गए वीरमपुर (वर्तमान नाकोड़ा) की सांस्कृतिक धरोहर आज भी यहां के जिनालयों और भव्य वास्तुकला में दृष्टिगोचर होती है। नाकोड़ा पार्श्वनाथ महातीर्थ न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि कला, इतिहास और संस्कृति का भी जीवंत प्रतीक है। पर्युषण पर्व पर यहां का माहौल श्रद्धा और उत्साह से सराबोर रहता है।

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