नर्मदा इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंस की मान्यता पर जांच शुरू

vikram singh Bhati

मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों को दी गई मान्यता में फर्जीवाड़े की शिकायतें पुलिस के पास तक पहुँच गई हैं। NSUI की शिकायतों के बाद क्राइम ब्रांच भोपाल सक्रिय है और उन कॉलेजों की जांच कर रही है जिन्होंने फर्जी दस्तावेजों की मदद से मान्यता हासिल की है। इसी क्रम में नर्मदा इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंस, होशंगाबाद की जांच शुरू हो रही है। नर्सिंग कॉलेजों में फर्जीवाड़े के खिलाफ कार्रवाई की मांग लगातार उठने के बावजूद गड़बड़ियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। NSUI लगातार इसकी शिकायतें कर रही है।

एनएसयूआई ने कहा कि नर्सिंग कॉलेजों में दो बार सीबीआई जांच हो चुकी है, फिर भी फर्जी मान्यता और फर्जी फैकल्टियों का खेल जारी है। एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने इन शिकायतों में नर्सिंग काउंसिल के रजिस्ट्रार मुकेश सिंह, डिप्टी रजिस्ट्रार धीरज गोविन्दानी तथा मान्यता शाखा की प्रभारी माधुरी शर्मा की मिलीभगत का आरोप लगाया है।

पुलिस उपायुक्त, क्राइम ब्रांच, भोपाल को जांच के आदेश NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार की शिकायत पर राज्य सायबर पुलिस द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि नर्मदा इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंस द्वारा फर्जी फैकल्टी और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मान्यता प्राप्त करने की शिकायत आई है। इसके साथ ही मान्यता तत्काल निरस्त कर संचालकों एवं संबंधित व्यक्तियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की गई है। रवि परमार ने बताया कि कॉलेज संचालकों द्वारा मान्यता के लिए उप-प्राचार्य नीता सेन का फर्जी अनुभव प्रमाण प्रस्तुत किया गया।

विद्या यादव, गोविंद पटेरिया, सुनील कुमार सूर्यवंशी, संगीता कारपेंटर को भोपाल स्थित नर्मदा ट्रॉमा सेंटर अस्पताल तथा नर्मदा इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंस, होशंगाबाद दोनों जगहों पर एक साथ रजिस्टर्ड किया गया जो नियम विरुद्ध है। कपिल कौरी को कॉलेज में फैकल्टी दिखाया गया, जबकि वे वास्तव में श्री साई इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंस, सीहोर में सत्र 2024-25 के एमएससी नर्सिंग के छात्र हैं। भोपाल जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसे फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देकर छात्र-छात्राओं का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है।

एनएसयूआई ने कॉलेज संचालकों, फर्जी फैकल्टी, और संबंधित अफसरों पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। NSUI ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज नहीं की गई, तो एनएसयूआई पुलिस कमिश्नर कार्यालय और पुलिस मुख्यालय का घेराव करेगी।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal