जयपुर में नरसी कुलरिया को प्रवासी राजस्थानी सम्मान मिला

Kheem Singh Bhati

जयपुर/नोखा (उमेद सुथार, पुणे)। राजधानी जयपुर में आयोजित प्रवासी राजस्थानी दिवस कार्यक्रम के दौरान सिलवा (नोखा) के मूल निवासी और देशभर में बड़े भामाशाह के नाम से विख्यात नरसी कुलरिया सुथार को इस वर्ष का प्रवासी राजस्थानी सम्मान अवॉर्ड प्रदान किया गया। राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भव्य समारोह में कुलरिया को सम्मानित किया। इस दौरान पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी मंच पर मौजूद रहे।

नरसी कुलरिया को यह सम्मान प्रवासी समाज में उनके बहुमूल्य योगदान, राजस्थान की वैश्विक पहचान को मजबूत करने और राष्ट्र निर्माण से जुड़े प्रमुख प्रोजेक्ट्स में सक्रिय भूमिका के लिए दिया गया है। सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री की पहल पर आयोजित प्रवासी राजस्थानी दिवस का मुख्य आकर्षण रहा। मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास तथा एसीएस शिखर अग्रवाल ने भी इस सम्मान को कार्यक्रम की विशेष उपलब्धि बताया।

नरसी कुलरिया ने कई राष्ट्रीय महत्व के प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट्स में महत्वपूर्ण योगदान दिया है—संसद भवन एवं भारत मंडपम के इंटीरियर प्रोजेक्ट्स में उल्लेखनीय भूमिका, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, मेक इन इंडिया जैसे अभियानों में सक्रिय सहभागिता, देश के विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार सृजन के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में विशिष्ट योगदान। प्रवासियों के बीच कुलरिया के नेतृत्व, कार्यशैली और समाजसेवी दृष्टिकोण की हमेशा प्रशंसा होती रही है। अब राज्य सरकार द्वारा उन्हें सम्मानित किए जाने से पूरे प्रवासी राजस्थानी समाज में हर्ष की लहर है।

नरसी कुलरिया न केवल उद्योग और व्यापार जगत में एक सफल उद्यमी हैं, बल्कि बड़े समाजसेवी भी माने जाते हैं। उनके द्वारा किए गए प्रमुख सामाजिक कार्य—पैतृक गांव सिलवा में 15 करोड़ की लागत से आधुनिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण, राम मंदिर निर्माण में 2 करोड़ रुपये का सहयोग, गंगा स्वच्छता अभियान में सक्रिय भागीदारी, कोरोना महामारी के दौरान जरूरतमंदों के लिए बड़े स्तर पर सहायता, अपने क्षेत्र के सैकड़ों युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना। इन कार्यों ने उन्हें प्रवासी समाज में एक प्रेरणास्त्रोत और प्रगतिशील राजस्थान का उज्ज्वल चेहरा बना दिया है।

राज्य मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित प्रवासी राजस्थानी नीति 2025 प्रवासियों के योगदान को सम्मान देने पर केंद्रित है। नरसी कुलरिया को मिला यह सम्मान इस नीति की भावना को और मजबूती प्रदान करता है। राज्यपाल व मुख्यमंत्री द्वारा मिले इस सम्मान ने कुलरिया की दूरदर्शिता, संघर्ष और समर्पण को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित किया है। प्रवासी समाज का कहना है कि नरसी कुलरिया आने वाली युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और सामाजिक प्रतिबद्धता से राजस्थान का नाम देश-दुनिया में गौरवान्वित किया है।

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