राजपुर। कोटा-शिवपुरी नेशनल हाईवे 27 पर लगातार बढ़ती समस्याएं वाहन चालकों के लिए खौफनाक सफर का कारण बन रही हैं। खस्ताहाल सड़क, डिवाइडर में उगे पेड़-पौधे, गहरे गड्ढे और मवेशियों की मौजूदगी हाईवे को रोजाना खतरनाक बना रही है। कई वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी अब तक गंभीरता नहीं दिखा पाए हैं। गड्ढों से मौत का कागढ़ बना हाईवे सड़क की हालत बेहद खराब हो चुकी है। वाहन चालक अक्सर गहरे गड्ढों में फंस जाते हैं या अचानक घूमते मवेशियों से टकराकर हादसे का शिकार हो जाते हैं।
लोगों का कहना है कि लंबे समय से सड़क की मरम्मत नहीं हुई है। हादसों की संभावना दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। डिवाइडर में उगे पेड़-पौधों की कटाई महीनों से नहीं हुई। टहनियां सड़क पर झुक जाती हैं और अचानक वाहन चालकों के सामने आ जाती हैं। मवेशी भी इन्हीं पेड़ों के बीच छिपकर सड़क पर आ जाते हैं। इससे दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन विभाग ने ध्यान नहीं दिया है। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस मुद्दे पर मौन हैं। अब जनता उच्च अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि टोल प्लाजा पर वसूली तो की जाती है, लेकिन मरम्मत व साफ-सफाई पर खर्च नहीं किया जाता। वाहन चालक भारत सिंह, राहुल, देवेंद्र, पवन, श्रीकृष्ण, अकरम खान, मूनब्बर खान ने कहा कि सड़क पर सुरक्षा संकेत बोर्ड भी नहीं लगे हैं। कोटा से झांसी तक इस हाईवे पर प्रतिदिन दर्जनों दुर्घटनाएं होती हैं। कई हादसे जानलेवा साबित होते हैं। लोगों ने हाईवे विभाग के अधिकारियों से सड़क की मरम्मत, डिवाइडर की सफाई, संकेत बोर्ड लगाने और मवेशियों की रोकथाम की मांग की है। कार्यकारी एजेंसी को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।
जल्द ही हाईवे पर बनी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।- उमाकांत मीणा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर।


