छत्तीसगढ़ में नक्सली हिड़मा और उसकी पत्नी का अंत

Jaswant singh

केंद्र की मोदी सरकार ने नक्सलवाद/माओवाद के खात्मे के लिए अभियान चला रखा है, सुरक्षा बल नक्सलियों के मंसूबों को भांपकर उन्हें ठिकाने लगा रहे हैं। इसी क्रम में आज सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है। मंगलवार की सुबह सुरक्षाबलों ने छत्तीसगढ़ के सुकमा और आंध्र प्रदेश की सीमा पर मुठभेड़ में 6 माओवादियों को मार गिराया है। इसमें कुख्यात माओवादी हिड़मा भी शामिल है। जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में 50 लाख रुपये के इनामी खूंखार नक्सली हिड़मा, उसकी पत्नी राजे और 25 लाख रुपये के इनामी माओवादी शंकर के मारे जाने की भी खबर है।

यह इनकाउंटर सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता के साथ-साथ माओवाद के ताबूत में एक और कील मानी जा रही है। इस ऑपरेशन को आंध्र प्रदेश की ग्रे-हाउंड टीम ने अंजाम दिया है। लंबे समय से सुरक्षा बलों के टारगेट पर था। गौरतलब है कि टॉप के नक्सली नेताओं के मारे जाने और पिछले दिनों कुछ बड़े नक्सली कमांडरों के आत्मसमर्पण के बाद से बस्तर में हिड़मा की गिनती टॉप कमांडर के रूप में होने लगी थी। हिड़मा माओवादी संगठन की बटालियन नंबर-1 का प्रभारी और केंद्रीय समिति का सदस्य था।

वह लंबे समय से सुरक्षा बलों के टारगेट पर था। झीरम घाटी हमले के बाद आया था चर्चाओं में। माओवादी संगठन ने पिछले वर्ष उसे केंद्रीय समिति का सदस्य बनाया गया, हालांकि पद के हिसाब से वो बहुत नीचे है, उसके ऊपर कई कमांडर हैं लेकिन सक्रियता और प्रभाव के चलते वो संगठन का सबसे ताकतवर चेहरा बन गया था।

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Jaswant singh Harsani is news editor of a niharika times news platform